ट्रैफिक सिग्नल पर साधु बनकर करते थे लूटपाट, चार गिरफ्तार
साधु के वेश धर लूटपाट करने वाले आरोपितों की फोटो


नई दिल्ली, 5 अगस्त (हि.स.)। पश्चिमी दिल्ली के मोती नगर थाना पुलिस ने साधु बनकर ट्रैफिक सिग्नल पर लूटपाट करने वाले बहुरूपियों के गिरोह के चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान विनोद कामत, कबीर, बिरजू और गुरचरण सिंह के रूप में हुई है। इनके कब्जे से 61 हीरे के छोटे टुकड़े, एक महिला की छीनी गई अंगूठी का पिघला हुआ सोना, एक ऑटो-रिक्शा, साधु के कपड़े और श्रृंगार सामग्री बरामद की है।

पश्चिमी जिले के

डीसीप विचित्र वीर ने बताया कि एक अगस्त को एक महिला ने शादीपुर फ्लाईओवर पर अपनी अंगूठी छीने जाने की शिकायत दर्ज कराई थी। महिला ने बताया कि वह रैपिडो टैक्सी से कनॉट प्लेस जा रही थी, तभी भगवा कपड़े पहने तीन युवक साधु के वेश में उसकी टैक्सी के पास आए और पैसे मांगने लगे। जैसे ही महिला ने दो सौ रुपए दिए, एक ने उसकी अंगुली से सोने और हीरे की अंगूठी झपट ली और सभी ऑटो-रिक्शा में फरार हो गए।

शिकायत पर मामला दर्ज कर एक टीम ने घटनास्थल की सीसीटीवी फुटेज खंगाली।

फुटेज से ऑटो की पहचान कर उसके मालिक तक पहुंचा गया। जिसने बताया कि ऑटो विनोद कामत को किराए पर दिया गया था। विनोद को अशोका पार्क मेट्रो स्टेशन से दबोचा गया। जिसकी निशानदेही पर कबीर और बिरजू को पंजाबी बाग क्षेत्र की झुग्गियों से पकड़ा गया।

आरोपितों ने खुलासा किया कि छीनी गई अंगूठी को 26 हजार रुपये में सुनार गुरचरण सिंह को बेचा था।

पुलिस ने जीटीबी नगर स्थित दुकान पर छापा मारकर गुरचरण को भी दबोचा। जहां से अंगूठी का पिघला सोना और हीरे के टुकड़े बरामद हुए।

पुलिस जांच में यह भी सामने आया कि आरोपित कबीर, गिरोह के सदस्य बिरजू का बेटा है और बिरजू का एक और भाई, जो फरार है, वह भी गिरोह में शामिल है। विनोद कामत, बिरजू का दोस्त है और गुरचरण सिंह को चोरी का माल बेचता था। पूरा गिरोह पारिवारिक संबंधों के जरिए संचालित हो रहा था।

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हिन्दुस्थान समाचार / कुमार अश्वनी