भाजपा नेता को धमकी देने का मामला: थाने में घंटों चली पूछताछ, विधायक और जनप्रतिनिधियों की पैरवी के बाद रिहाई
थाना कोतवाली कैन्ट


बरेली, 30 जुलाई (हि.स.) । बंगला खरीद को लेकर शुरू हुआ विवाद अब राजनीतिक रंग लेता जा रहा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता शिवशंकर शर्मा को फोन पर जान से मारने की धमकी और रंगदारी मांगने के आरोप में बुधवार को कैंट थाने में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला।

शिवशंकर शर्मा की तहरीर पर कैंट पुलिस ने सिविल लाइंस निवासी कैप्टन अंकित लाल को थाने बुलाकर करीब चार घंटे तक गहन पूछताछ की। इस दौरान दो विधायक और कई जनप्रतिनिधि लगातार थाने में मौजूद रहकर अपनी-अपनी ओर से पैरवी करते रहे। अंततः शाम को पुलिस ने अंकित लाल को छोड़ दिया, हालांकि जांच अब भी जारी है।

ऑडियो क्लिप ने बढ़ाई हलचल

पूछताछ के दौरान अंकित लाल ने एक ऑडियो क्लिप सुनाई जिसमें भाजपा नेता समेत दो जनप्रतिनिधियों को लेकर आपत्तिजनक भाषा का प्रयोग किया गया था। ऑडियो में गाली-गलौज और धमकी भरे लहजे ने पुलिस को भी असमंजस में डाल दिया।

एक विधायक ने की शिकायत, दूसरा कर रहा था बचाव

इस पूरे घटनाक्रम में दिलचस्प मोड़ तब आया जब भाजपा नेता की ओर से एक विधायक ने उच्चाधिकारियों से शिकायत की, वहीं दूसरी ओर अंकित लाल के समर्थन में एक अन्य विधायक पैरवी करते नजर आए। थाने में दोनों पक्षों के समर्थकों की आवाजाही दिनभर बनी रही।

पहले से दर्ज है मुकदमा, कार्रवाई अधर में

सूत्रों के अनुसार, भाजपा नेता की पुत्रवधू ने पहले भी अंकित लाल के खिलाफ मामला दर्ज कराया था, लेकिन उस मामले में न तो पुख्ता सबूत सामने आ सके और न ही वादी ने बयान दर्ज कराया, जिससे कार्रवाई आगे नहीं बढ़ सकी।

फोन पर दी धमकी, मांगी रंगदारी

भाजपा नेता शिवशंकर शर्मा का आरोप है कि मंगलवार शाम उन्हें एक अज्ञात नंबर से कॉल आई। कॉलर ने खुद को अंकित लाल बताते हुए न केवल गाली-गलौज की, बल्कि कहा– “तूने जो बंगला खरीदा है, वो मैं लेना चाहता था। मैं बहुत दिनों से तेरी तलाश में हूं।” कॉल कट होने के बाद चार अलग-अलग नंबरों से धमकी भरे कॉल लगातार आते रहे। उन्होंने आरोप लगाया कि यह पूरा गिरोह संगठित तरीके से रंगदारी मांग रहा है।

नामजद एफआईआर, पुराने केस की भी जांच शुरू

थाना प्रभारी ने बताया कि कैंट पुलिस ने शिवशंकर शर्मा की तहरीर पर अंकित लाल, खानचंद शर्मा, जे शर्मा और आशी भाटिया के खिलाफ संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस अब ऑडियो क्लिप की सत्यता की जांच कर रही है और पुराने मामले की फाइल भी दोबारा खोल ली गई है, ताकि दोनों मामलों की समग्रता से जांच की जा सके।

हिन्दुस्थान समाचार / देश दीपक गंगवार