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शिमला, 30 नवंबर (हि.स.)। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने वर्ल्ड बैंक द्वारा वित्त पोषित शिमला की पेयजल और सीवरेज परियोजना में कथित वित्तीय अनियमितताओं पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड बैंक से धनराशि जारी होने के बावजूद कार्यदायी एजेंसियों तक पूरा बजट नहीं पहुँच रहा, जो बेहद चिंताजनक है। जय राम ठाकुर ने रविवार काे एक बयान में आरोप लगाया कि 587 करोड़ रुपये में से केवल 250 करोड़ ही कंपनी तक पहुंचे, जबकि शेष राशि का हिसाब सरकार के पास नहीं है। इसके चलते शिमला को 24 घंटे पानी उपलब्ध कराने वाली सतलुज पेयजल योजना प्रभावित हो रही है।
उन्होंने कहा कि 1825 करोड़ रुपये की इस परियोजना में पहले चरण में सतलुज से पानी लाने, दूसरे चरण में नई लाइनों व टैंकों के निर्माण तथा तीसरे चरण में सीवरेज नेटवर्क विस्तार का काम होना था। लेकिन सरकार द्वारा फंड रोकने से पूरी परियोजना संकट में है।
नशे के मुद्दे पर चिंता जताते हुए जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में नशे के ओवरडोज से मौतों की बढ़ती घटनाएं बेहद भयावह हैं। उन्होंने कहा कि पुनर्वास केंद्रों की स्थिति बदतर है और कई निजी केंद्रों में उपचार के नाम पर मारपीट तक की शिकायतें हैं। उन्होंने सरकार से नशा माफिया पर सख्त कार्रवाई और प्रभावी पुनर्वास व्यवस्था की मांग की। ठाकुर ने कहा कि इस वर्ष ही तीस से अधिक मौतें सामने आ चुकी हैं जबकि वास्तविक संख्या इससे कहीं अधिक हो सकती है।
संजौली में पार्टी कार्यकर्ताओं संग मन की बात कार्यक्रम सुनने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री द्वारा महिला कबड्डी टीम व ब्लाइंड महिला क्रिकेट टीम की सराहना को गौरव का विषय बताया। साथ ही ‘वोकल फॉर लोकल’ अभियान को राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण बताते हुए स्थानीय उत्पाद अपनाने का आह्वान किया।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनील शुक्ला