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पटना, 2 अगस्त (हि.स.)। बिहार में जनता दल युनाइटेड (जदयू) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने शनिवार को बयान जारी करते हुए नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखा हमला बोला। उन्होंने तेजस्वी के साथ-साथ पर विपक्षी दलों के नेताओं पर गैर-जिम्मेदाराना वक्तव्य से राज्य की जनता को गुमराह करने का भी आरोप लगाया।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि तेजस्वी यादव इन दिनों गहरी राजनीतिक हताशा और निराशा से गुजर रहे हैं, जिस कारण वे लगातार तथ्यों को दरकिनार कर भ्रामक और अनर्गल बयानबाजी करने के अभ्यस्त हो चुके हैं। मतदाता सूची को लेकर दिया गया उनका गैर-जिम्मेदाराना वक्तव्य न केवल आम जनता को भ्रमित करता है, बल्कि यह लोकतांत्रिक प्रक्रिया और संस्थाओं पर अविश्वास फैलाने का प्रयास भी है।
उन्होंने कहा कि लालू परिवार की राजनीति का इतिहास सिर्फ झूठ, भ्रम और जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ करने का रहा है। अब तेजस्वी यादव भी सत्ता की लालसा में जनता को गुमराह करने की उसी पुरानी कुटिल परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि अब बिहार 1990 वाला नहीं रहा। सूबे की जनता पहले से कहीं अधिक सजग, जागरूक, विवेकशील और लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्ध है, जो अवसरवादी राजनीति को न केवल पहचानती है, बल्कि हर चुनाव में उसे करारा जवाब देना भी जानती है।
उमेश सिंह कुशवाहा ने कहा कि मतदाता पुनरीक्षण अभियान पर भी नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित समस्त विपक्षी दलों ने निराधार सवाल खड़े किए और दुर्भावनापूर्ण राजनीति से प्रेरित आरोप लगाए। विपक्ष ने इस अभियान की निष्पक्षता पर प्रश्नचिह्न लगाकर जनता को भ्रमित करने और लोकतंत्र की नींव को कमजोर करने का प्रयास किया। लेकिन बिहार की जागरूक जनता ने विपक्ष की इन साजिशों और राजनीतिक हथकंडों को सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा कि पूरी सक्रियता और उत्साह के साथ मतदाता पुनरीक्षण अभियान में भाग लेकर यह राज्य की जनता ने यह सिद्ध कर दिया कि वे अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के प्रति पूरी तरह सजग हैं। विपक्ष की नकारात्मक राजनीति ने उसकी विश्वसनीयता को समाप्त कर दिया है और आज उसकी राजनीतिक साख भी जनता के बीच पूरी तरह से खत्म हो चुकी है।---------
हिन्दुस्थान समाचार / चंदा कुमारी