(अपडेट) हर्षिल घाटी में सभी गाड-गधेरे उफान पर, सेना कैंप पर भी आपदा का खतरा, रेस्क्यू जारी
हर्षिल वैली में तीन स्थानों पर फटा बादल, आर्मी कैंप आपदा की चपेट में


उत्तरकाशी, 05 अगस्त (हि.स.)। गंगोत्री के मुख्य पड़ाव धराली, हर्षिल घाटी में कुदरत का कहर देखने को मिला। मंगलवार दोपहर धराली में खीर गंगा में बाढ़ आने के बाद आसपास की छोटी नदियां और बरसाती नाले में बाढ़ जैसी स्थिति है। हर्षिल घाटी में भी जलंधरी नदी उफान पर है। बादल फटने के बाद आया सैलाब पेड़-पौधों के साथ कई घरों को बहा ले गया। हर्षिल में स्थित आर्मी बेस कैंप से सेना के कई जवानों के लापता होने की भी खबर है।

बताया गया है कि पूरा आर्मी कैंप आपदा की चपेट में आ गया है। हर्षिल के पास भागीरथी का जलस्तर रूकने से झील बन गई। इसके अलावा सुक्की टॉप के दूसरी तरफ भी धों गाढ़ उफान पर है।

शासन ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में बचाव एवं राहत कार्यों में जिला प्रशासन के साथ समन्यवय स्थापित करने के लिए आईएएस अभिषेक रूहेला, मेहरबान सिंह बिष्ट एवं आईएएस गौरव कुमार के अलावा पुलिस विभाग के प्रदीप कुमार राय, अमित श्रीवास्तव, प्रथम सुरजीत सिंह पंवार को नामित किया गया है। उक्त अधिकारी आयुक्त-गढ़वाल एवं पुलिस महानिरीक्षक, गढ़वाल परिक्षेत्र के नियंत्रण दिशा-निर्देशों में कार्य करेंगे। उक्त अधिकारियों को निर्देशित किया जाता है कि वे तत्काल जनपद उत्तरकाशी के लिए प्रस्थान करेंगे।

इसके अलावा एसडीआरएफ की पोस्ट भटवाड़ी एवं गंगोत्री से रेस्क्यू टीमें रेस्क्यू उपकरणों के घटनास्थल पर पहुंच गयी हैं। रेस्क्यू टीम द्वारा सेटेलाइट फोन के माध्यम से अवगत कराया गया कि आपदा प्रभावित क्षेत्र से अभी तक 60 से 70 लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया है।

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हिन्दुस्थान समाचार / चिरंजीव सेमवाल