विदेश मंत्रालय ने कोलकाता पुलिस को दी जानकारी - 2021 में वीजा खत्म हाेने के बाद भी रह रही थी बांग्लादेशी मॉडल
शांता


कोलकाता, 02 अगस्त (हि.स.)। बांग्लादेशी मॉडल सांता पॉल की गिरफ्तारी के बाद विदेश मंत्रालय ने कोलकाता पुलिस को जानकारी दी है कि उसका वीजा वर्ष 2021 में ही समाप्त हो चुका था। इसके बावजूद वह लगातार भारत में अवैध रूप से रह रही थी। सांता पर फर्जी भारतीय दस्तावेजाें के जरिये यहां रहने और काम करने का आरोप है।

सांता पॉल को 28 जुलाई को कोलकाता के दक्षिणी क्षेत्र गोल्फ ग्रीन स्थित एक फ्लैट से पार्क स्ट्रीट थाने की टीम ने गिरफ्तार किया था। पासपोर्ट आवेदन के दौरान उसके दस्तावेजाें पर पुलिस को संदेह हुआ था, जिसके बाद जांच तेज की गई। गिरफ्तारी के समय उसके फ्लैट से कई बांग्लादेशी दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।

प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि सांता पॉल एक वैध वीजा पर भारत आई थी, लेकिन वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद वह बांग्लादेश लौटने के बजाय फर्जी आधार कार्ड और मतदाता पहचान पत्र बनवाकर भारत में रहने लगी। पुलिस का कहना है कि इन दस्तावेजाें की मदद से वह कोलकाता में स्थायी रूप से रहने लगी और मॉडलिंग व अभिनय के जरिए अच्छी आमदनी भी करने लगी। सांता ने पिछले कुछ वर्षों में कुछ बंगाली और तमिल फिल्मों में सहायक भूमिकाएं निभाई थीं। साथ ही उसने कोलकाता के बाहरी इलाके में एक संपत्ति भी खरीदी, जो उसके और उसके लिव-इन पार्टनर के नाम पर है। उसका यह पार्टनर आंध्र प्रदेश का रहने वाला है और मर्चेंट नेवी में कार्यरत है।

मामले में एक और चौंकाने वाला मोड़ तब आया जब पुलिस को उसके सोशल मीडिया अकाउंट से पता चला कि वह भारत-नेपाल-चीन सीमा क्षेत्र तक गई थी और वहां वीडियो भी रिकॉर्ड किया था। इसके बाद पुलिस यह जांच भी कर रही है कि कहीं वह हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा की तरह किसी खुफिया गतिविधि में तो शामिल नहीं थी।

इस मामले के सामने आने के बाद विदेशी पंजीकरण कार्यालय (एफआरओ) की भूमिका पर भी सवाल उठने लगे हैं। नियमों के मुताबिक, किसी भी विदेशी नागरिक के वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद एफआरओ को संबंधित पुलिस को जानकारी देनी होती है। लेकिन सांता के मामले में ऐसा नहीं हुआ। सूत्रों के मुताबिक एफआरओ की निगरानी में गंभीर चूक हुई है।

पुलिस को यह भी पता चला है कि सांता पॉल बांग्लादेश में एक जानी-मानी मॉडल रह चुकी हैं और उन्हें वहां कुछ पुरस्कार भी मिल चुके हैं। इसके अलावा वह एक समय बांग्लादेश की रीजन्ट एयरवेज़ में स्टाफ के रूप में भी कार्यरत थीं।

फिलहाल पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि सांता ने भारत में फैशन और फिल्म इंडस्ट्री में अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर किन-किन लोगों से संबंध बनाए और कैसे वह बिना किसी संदेह के खुले तौर पर काम करती रही।------------------

हिन्दुस्थान समाचार / ओम पराशर