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-नए वर्ष तक चारों द्वार हो जायेंगे तैयार, तेजी से चल रहा है कार्य
अयोध्या, 31 जुलाई (हि.स.)। भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या, अब भव्य और दिव्य श्रीराम मंदिर निर्माण के पश्चात देश-विदेश के श्रद्धालुओं और पर्यटकों का प्रमुख केंद्र बन चुकी है। मंदिर निर्माण के साथ ही अयोध्या को विश्वस्तरीय स्वरूप देने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार सक्रिय रूप से प्रयास कर रही है। नगरी के सौंदर्यीकरण और बुनियादी सुविधाओं के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। मंदिर के उद्घाटन के बाद लाखों लोग हर साल यहां आ रहे हैं, जिससे अयोध्या की सांस्कृतिक और पौराणिक धरोहर को सहेजने की जरूरत और बढ़ गई है। इसी दिशा में योगी सरकार ने अयोध्या की ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और सौंदर्यकरण के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। शहर के प्रमुख चौक के चार ऐतिहासिक प्रवेश द्वारों का संरक्षण और सौंदर्यकरण इसका प्रमुख उदाहरण है।
उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने इन चारों द्वारों के सौंदर्यकरण के लिए करीब 15 करोड़ रुपये की लागत से कार्य शुरू किया है। इन द्वारों का ऐतिहासिक महत्व अयोध्या की सांस्कृतिक पहचान का अभिन्न हिस्सा है। सरकार का लक्ष्य इन धरोहरों को न केवल संरक्षित करना है, बल्कि इन्हें आधुनिक और आकर्षक रूप देकर पर्यटकों के लिए और खास बनाना है। इन द्वारों का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है और आगामी नए वर्ष यानी 2026 तक यह कार्य पूरा होने की उम्मीद है।
शहर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से रूबरू होंगे पर्यटक
राम मंदिर के निर्माण ने अयोध्या को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित किया है। पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए योगी सरकार शहर की बुनियादी सुविधाओं को उन्नत करने के साथ-साथ ऐतिहासिक स्थलों के संरक्षण पर भी जोर दे रही है। इन प्रवेश द्वारों का सौंदर्यकरण न केवल अयोध्या की प्राचीनता को जीवंत रखेगा, बल्कि पर्यटकों को शहर की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से रूबरू कराएगा।
जानिये, अभी क्या है स्थिति
गेट संख्या 1 व 4 में बने कमरो में नगखासी व प्लास्टर का कार्य प्रगति पर है। गेट नंबर 4 रेड स्टोन फ्लोरिंग एवं जाली का कार्य चल रहा है। गेट नंबर 3 के तीन मार्गो पर छत का पूर्ण हो गया है। वर्तमान समय में गेट 1 व 3 में स्थानीय निवासियों द्वारा दुकान चलाई जा रही है।
अब तक 45 फीसदी काम पूरा
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी बृज पाल सिंह ने बताया की डेडलाइन बीतने में अभी समय है। डेढ़-दो वर्ष पूर्व यह प्रोजेक्ट शुरू हुआ था। 44 से 45 फीसदी कार्य पूरा हो गया है। हमारा प्रयास रहेगा की निर्धारित समय में काम पूरा करा दिया जाएगा।
हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय