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खूंटी, 1 अगस्त (हि.स.)। मुख्यमंत्री उत्कृष्ट बालिका विद्यालय सभागार में शुक्रवार को स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग झारखंड की ओर से उल्लास नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत समीक्षा सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर सभी पदाधिकारियों को पौधे और स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया गया। नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत आयेाजित जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के सभी प्रखंडों से चयनित प्रशिक्षक अपने प्रखंड स्तर पर प्रशिक्षण का आयोजन करते हुए साक्षरता संबंधी गतिविधियों को आगे बढ़ाएंगे।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधीक्षक अभय कुमार शील ने बताया कि उपायुक्त के नेतृत्व में जिले में साक्षरता के लिए कदम उठाते हुए सभी प्रखंड कुल 20 हजार 993 असाक्षरों की पहचान करते हुए 2134 स्वयंसेवक बनाए गए हैं। मनोज कुमार निराला ने कहा कि साक्षरता केवल अक्षर ज्ञान नहीं, बल्कि जीवन कौशल, डिजिटल शिक्षा, वित्तीय साक्षरता और नागरिक शास्त्र की समझ भी प्रदान करती है। उन्होंने सभी प्रतिभागियों से इस अभियान को जन-आंदोलन बनाने का आह्वान किया। इस अवसर पर राज्य संसाधन दल के विशेषज्ञों ने नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के प्रमुख घटकों पर विस्तारपूर्वक चर्चा की गई।
कार्यक्रम का संचालन तोरपा बीपीओ नरेंद्र कुमार ने किया।
उल्लेखनीय है कि नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय संस्थान, नई दिल्ली ने वर्ष में दो बार मार्च और सितंबर महीने में बुनियादी साक्षरता एवं साक्षरता परीक्षा का आयोजन होता है। इसमें जो भी असाक्षर सीखने के बाद परीक्षा में शामिल होते हैं और पास होते हैं तो उनको साक्षरता का प्रमाण पत्र दिया जाता है। खूंटी जिले में 2023 से अब तक लगभग 13 500 परीक्षार्थी शामिल हुए हैं और लगभग 10 हजार परीक्षार्थी इस परीक्षा में सफल हुए हैं। उन्हें साक्षरता का प्रमाण पत्र दिया गया है।
कार्यक्रम में राज्य नोडल पदाधिकारी मनोज कुमार निराला, खूंटी के उप विकास आयुक्त् आलोक कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी अपरूपा पाल चौधरी, जिला शिक्षा अधीक्षक अभय कुमार शील, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी धीरेन्द्र कुमार और विजयालक्ष्मी, राज्य संसाधन समूह के सदस्य बजरंग साहू एवं पराग किशोर सिंह सहित अन्य
मौजूद थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल मिश्रा