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गाजियाबाद, 24 जुलाई (हि.स.)। अवैध धर्मांतरण मामले में गिरफ्तार आरोपितों से पुलिस की पूछताछ में लगातार नए खुलासे हो रहे हैं। अवैध धर्मांतरण की
जांच की आंच अब गाजियाबाद तक पहुंच गई है। मेरठ पुलिस की एक रिपोर्ट के बाद गाजियाबाद के क्राइम ब्रांच प्रभारी इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी को निलंबित कर दिया गया है। इंस्पेक्टर सिद्दीकी का निलंबन मेरठ से वर्ष 2019 में गायब हुई एक लड़की के धर्मांतरण के मामले में शिकायत करने पर पीड़ितों को धमकाने और छांगुर बाबा के सहयोगी बदर सिद्दीकी को बचाने के आरोप में की गई है।
दरअसल, वर्ष 2019 में अब्दुल रहमान सिद्दीकी मेरठ में सिविल लाइन थाना के प्रभारी थे। एक युवती के परिजनों ने आरोप लगाया है कि अपनी लड़की के अपहरण और धर्मांतरण की शिकायत लेकर छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन के सहयोगी बदर सिद्दीकी के खिलाफ कंप्लेंट लेकर थाना प्रभारी अब्दुल रहमान सिद्दीकी के पास गए थे, तब उन्हें थाने से डरा धमका कर भगा दिया गया था। उनकी गुमशुदगी तक दर्ज नहीं की गई थी। इस संबंध में मेरठ पुलिस ने एक
रिपाेर्ट गाजियाबाद पुलिस काे भेजी थी।
इसके बाद गाजियाबाद पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड ने क्राइम ब्रांच प्रभारी इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी को निलंबित कर दिया है। पीड़ितों ने आरोप लगाया कि मेरठ से वर्ष 2019 में गायब हुई उनकी लड़की के धर्मांतरण के मामले में शिकायत करने पर उन्हें धमकाया गया और चुप रहने को कहा गया। साथ ही कार्रवाई भी नहीं की। अब इस मामले की भी जांच शुरू कर दी गई है। इंस्पेक्टर अब्दुल रहमान सिद्दीकी लंबे समय से गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच में तैनात हैं। इंस्पेक्टर सिद्दीकी काे कई बड़े मामलों के खुलासा करने पर कई पदक भी मिल चुके है।
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हिन्दुस्थान समाचार / फरमान अली