(अपडेट) राजस्थान के झालावाड़ में स्कूल भवन का एक हिस्सा ढहने से सात बच्चों की मौत
झालावाड़


घायल छात्रों से मुलाकात करते हुए शिक्षा मंत्री मदन दिलावर।


झालावाड़, 25 जुलाई (हि.स.)। राजस्थान के झालावाड़ जिले के मनोहरथाना ब्लॉक के दांगीपुरा थाना क्षेत्र में पीपलोदी गांव में शुक्रवार सुबह एक सरकारी स्कूल की इमारत का एक हिस्सा ढह गया। हादसे में सात बच्चों की मौत हो गई, जबकि 21 बच्चे घायल हैं। इनमें 9 की हालत गंभीर है। इस मामले में शिक्षा विभाग ने स्कूल की प्रधानाध्यापक समेत पांच शिक्षकों को निलंबित कर दिया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। राष्ट्रपति द्राैपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान, राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत समेत कई नेताओं ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए एक्स पोस्ट में लिखा कि घायलों की हरसंभव मदद की जा रही है।

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि फिलहाल घायल बच्चों को सही समय पर इलाज दिलाना ही प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि सभी घायलों का सरकारी खर्च पर इलाज कराया जाएगा और मामले की पूरी जांच कराई जाएगी। दिलावर घटना स्थल पहुंचे। उन्होंने कहा कि ये दुखद घटना है। मुझे सुबह सूचना मिली तो मैं सीधे यहां आया और बच्चों से मिला हूं। इस मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। जो भी दोषी को दंडित किया जाएगा। घटना की जिम्मेदारी के सवाल पर शिक्षा मंत्री दिलावर ने कहा- जिम्मेदार तो मैं ही हूं। स्कूल हादसे में घायल बच्चों का इलाज मनाेहरथाना सीएचसी और झालावाड़ हॉस्पिटल में चल रहा है।

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शाम को हॉस्पिटल पहुंचीं और घायल बच्चों और उनके परिजनों से बातचीत की। इस मामले में शिक्षा विभाग ने आदेश जारी कर स्कूल में कार्यरत प्रधानाचार्य मीना गर्ग, प्रबोधक बद्री लाल लोधा, शिक्षक रामविलास लववंशी, कन्हैयालाल सुमन और जावेद अहमद को निलंबित कर दिया है।

शिक्षा विभाग की ओर से जारी सूची के अनुसार मृतकों की शिनाख्त कान्हा (7) पुत्र छोटूलाल, कुंदन(10) पुत्र बीरम, हरीश(11) पुत्र बाबूलाल, प्रियंका(12) पुत्री मांगीलाल,पायल (13) पुत्री लक्ष्मण, मीना(10) पुत्री छोटूलाल और कार्तिक(8) पुत्र हरकचंद के रुप में हुई है। वहीं हादसे कुल 21 बच्चे घायल हुए। इनकी उम्र 6 से 13 वर्ष के बीच है। घायलों में आरती पुत्री रामदयाल, राजकुमार पुत्र मुकेश, अजय कुमार पुत्र प्रेमचंद, अंजना पुत्री बनलाल, विजय पुत्र प्रेमचंद, विक्रम पुत्र भागूलाल, किरण पुत्री बनलाल, मनीषा पुत्री हरखचंद, अयूब पुत्र कश्मीर खान, विशाल पुत्र कमलेश, आरती पुत्री अर्जुन, शाहिन (या शायना) पुत्री अब्दुलशेर, राजू पुत्र दीवान, बंसरी पुत्री तेजलाल, मिलन पुत्र तेजलाल, मुनव्वर पुत्र देवीलाल (जो नया प्रवेश लेकर आया था), अनुराधा पुत्री लक्ष्मण, बादल पुत्र सुखदेव, मिठुन पुत्र मुकेश तथा दिलकुशा पुत्री सुखदेव शामिल हैं।

जिला कलेक्टर अजय सिंह राठौड़ ने कहा कि मलबे में दबे सभी बच्चों को निकाल लिया गया है। कुछ अस्पताल में हैं या उन्हें घर पहुंचा दिया है। इस तरीके के हादसे को रोकने के लिए हम दृढ़ संकल्प हैं। भविष्य में कोई हादसा नहीं हो हम कोशिश करेंगे। शिक्षा विभाग को हमारे निर्देश थे, कोई भी ऐसा स्कूल हो, जहां पर इस तरीके के हादसे होने की संभावना है, उन स्कूलों में छुट्टी कर दें।

ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल भवन लंबे समय से जर्जर स्थिति में था और इसकी मरम्मत के लिए कई बार शिकायतें की गई थीं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। हादसे के समय दोनों शिक्षक स्कूल भवन के बाहर थे। बारिश के दौरान कक्षा की छत गिरने से मलबे में दबे बच्चों को तुरंत बाहर निकालने का कार्य शुरू किया गया। राहत एवं बचाव कार्य के लिए प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंच गई थी।

हादसे के बाद ग्रामीण धरने पर बैठ गए। लोगों ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया। ग्रामीण नेमीचंद मीणा ने कहा कि हादसे में जिन बच्चों की जान गई है, उनके साथ न्याय होना चाहिए। इसके लिए मृतक बच्चों के परिजनों को एक करोड़ और घायल बच्चों के परिजनों को 50 लाख का मुआवजा मिले। मृतक परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी की भी मांग कर रहे है। इसके साथ ही भ्रष्ट अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ भी कार्रवाई को लेकर मांग की जा रही है।

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री निवास पर झालावाड़ जिले के पिपलोदी ग्राम के सरकारी स्कूल में हुए हादसे पर उच्च स्तरीय बैठक ली। उन्होंने विभागीय अधिकारियों एवं वीसी से जुड़े समस्त जिला कलक्टर्स को सरकारी भवनों विशेष रूप से स्कूलों, आंगनबाड़ी, अस्पतालों और अन्य राजकीय भवनों का तत्काल निरीक्षण कर प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत कार्य करवाने के निर्देश दिए। साथ ही, इसकी तत्काल रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को भिजवाने के लिए भी अधिकारियों को निर्देशित किया। बैठक में पिपलोदी हादसे पर 2 मिनट का मौन रख दिवंगतों को श्रद्धांजलि दी गई।

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हिन्दुस्थान समाचार / ईश्वर