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खूंटी, 7 दिसंबर (हि.स.)। भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम) रांची के तृतीय वर्ष के छात्र-छात्राएं शनिवार को शैक्षणिक भ्रमण के क्रम में तोरपा प्रखंड स्थित गुफु गांव पहुंचे। इस दौरान प्रोफेसर राजीव के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने गांव में समेकित प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के तहत किए गए विभिन्न विकास कार्यों का निरीक्षण किया।
इस संबंध में प्रदान संस्था के अधिकारी प्रेम शंकर ने रविवार को बताया भ्रमण के दौरान छात्रों ने ग्रामीण जीवन, समुदाय की सहभागिता, सामाजिक संरचना तथा आजीविका के तौर-तरीकों को नजदीक से समझा। विशेष स्वर्ण जयंती योजना के तहत किए गए कार्यों का भी अवलोकन किया गया।
छात्र-छात्राओं ने स्थानीय दीदियों के साथ लैंगिक समानता, आजीविका संवर्धन, स्वच्छता, साफ-सफाई तथा जलवायु परिवर्तन जैसे विषयों पर चर्चा की। दीदियों ने बताया कि गांव में पहले जलस्रोत की कमी सहित कई चुनौतियां थीं, जिससे खेती-बारी प्रभावित होती थी। लेकिन एकीकृत प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन के अंतर्गत रिज-टू-वैली पद्धति अपनाकर जल संरक्षण को बढ़ावा दिया गया। साथ ही सौर ऊर्जा आधारित सिंचाई प्रणाली ने सालभर सब्जी उत्पादन को संभव बनाया।
गांव की महिलाएं पहले बंजर भूमि को आज आम के फलते-फूलते बगीचे में बदल चुकी हैं, जो आत्मनिर्भरता और सामुदायिक नेतृत्व की मिसाल है। इस पूरी प्रक्रिया में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी और नेतृत्व ने टिकाऊ आजीविका और जलवायु-संवेदी विकास को मजबूत आधार दिया है।
इसके बाद विद्यार्थियों ने जेंडर जस्टिस सेंटर की कार्यशैली को समझा और जाना कि किस प्रकार यहां की महिलाएं लैंगिक भेदभाव, घरेलू हिंसा और सामाजिक विवादों के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। कार्यक्रम में प्रदान संस्था के प्रेमशंकर, अभिषेक, रवि, राजू, अजय सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल मिश्रा