प्रगति का प्रतीक रहा ऋतुराज सिन्हा का पेशेवर जीवन
पूर्वी सिंहभूम, 7 दिसंबर (हि.स.)। टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक रहे ऋतुराज सिन्हा का पेशेवर जीवन समर्पण और निरंतर प्रगति का प्रतीक रहा है। उन्होंने 1990 में ग्रेजुएट ट्रेनी के रूप में टाटा स्टील लिमिटे
ऋतुराज सिन्हा का फाइल फोटो


पूर्वी सिंहभूम, 7 दिसंबर (हि.स.)। टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड के प्रबंध निदेशक रहे ऋतुराज सिन्हा का पेशेवर जीवन समर्पण और निरंतर प्रगति का प्रतीक रहा है। उन्होंने 1990 में ग्रेजुएट ट्रेनी के रूप में टाटा स्टील लिमिटेड से अपने करियर की शुरुआत की और तीन दशक से अधिक की सेवाओं में संगठन को नई दिशा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

सिन्हा ने 1990 में बीआईटी सिंदरी से बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की और उसी वर्ष टाटा स्टील से जुड़े। इसके बाद उन्होंने एक्सएलआरआई, जमशेदपुर से मैनेजमेंट प्रोग्राम पूरा कर अपनी प्रबंधन क्षमता को और सुदृढ़ किया। एसएनटीआई में प्रशिक्षण पूर्ण करने के बाद 1992 में उनकी पहली नियुक्ति फाउंड्री विभाग में हुई, जहां उन्होंने कई जिम्मेदार भूमिकाएं निभाईं और निरंतर कॉर्पोरेट सीढ़ियां चढ़ते गए।

साल 2001 में उन्हें हेड कोऑर्डिनेटर, टीओपी के रूप में पुनर्निर्देशित किया गया। 2002 में वे एमडी ऑफिस में एग्जीक्यूटिव ऑफिसर पद पर स्थानांतरित हुए। वर्ष 2003 में उन्हें डिप्टी एमडी (कॉर्पोरेट सर्विसेज) के कार्यालय में चीफ एसपायर (कॉर्पोरेट सर्विसेज एवं एचआरएम) की जिम्मेदारी सौंपी गई। उसी वर्ष बाद में वे जुस्को के चीफ के रूप में स्थानांतरित हुए।

साल 2022 में सिन्हा को टाटा स्टील यूटिलिटीज एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज लिमिटेड में प्रतिनियुक्ति पर भेजा गया, जहां उन्हें प्रबंध निदेशक का दायित्व सौंपा गया। अपने कार्यकाल में उन्होंने न केवल संगठन को मजबूत किया, बल्कि जमशेदपुर के नगरीय विकास, उपयोगिता सेवाओं और आधारभूत संरचना प्रबंधन में भी उल्लेखनीय योगदान दिया।

उनकी समर्पित सेवा, संगठन के प्रति प्रतिबद्धता और नेतृत्व क्षमता उन्हें उद्योग जगत में एक विशिष्ट पहचान दिलाती है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक