प्रतापगढ़ में बच्चा बदलने को लेकर परिजनों का हंगामा, डीएनए टेस्ट करने की मांग
प्रतापगढ़, 07 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़​ जिले के मेडिकल कॉलेज स्थित महिला अस्पताल में बच्चा बदलने का आरोप लगाते हुए शनिवार देर रात को परिजनों ने अस्पताल में कई घंटे हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के स्टॉफ ने प्रसूता को
प्रतापगढ़


प्रतापगढ़, 07 दिसंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में प्रतापगढ़​ जिले के मेडिकल कॉलेज स्थित महिला अस्पताल में बच्चा बदलने का आरोप लगाते हुए शनिवार देर रात को परिजनों ने अस्पताल में कई घंटे हंगामा किया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के स्टॉफ ने प्रसूता को जीवित बच्चे के बजाय मृत बच्ची का शव सौंप दिया । पुलिस ने परिजनाें काे समझा कर शांत किया।

अचलपुर निवासी अभिषेक की पत्नी आंचल को प्रसव पीड़ा के बाद अस्पताल में भर्ती कराया था। शनिवार को ऑपरेशन के जरिए महिला ने बच्चे को जन्म दिया। स्टाॅफ ने जन्म के बाद बच्चे की हालत गंभीर बताकर उसे विशेष नवजात देखभाल इकाई (एसएनसीयू) में भर्ती कर दिया। परिजनों का आरोप है कि बाद में अस्पताल स्टाॅॅॅॅॅफ ने उनके जीवित बच्चे को बदलकर उन्हें एक मृत बच्ची का शव सौंप दिया। इससे परिजनों में भारी आक्रोश फैल गया और हंगामा करने लगे। जानकारी मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने परिजनों को शांत कराया। परिजनों ने मामले की सच्चाई जानने और अस्पताल स्टॉफ के खिलाफ कार्रवाई के लिए डीएनए जांच की मांग की है।

इस प्रकरण में सीएमएस डॉक्टर रमेश तिवारी का कहना है कि आंचल नाम की दो मरीज अस्पताल में भर्ती थी। पहली आंचल को चार दिन पूर्व मेल चाइल्ड हुआ था, जबकि जिस महिला आंचल के परिजनों ने बच्चा बदलने का आरोप लगाया है, उनका फीमेल चाइल्ड शनिवार दोपहर में पैदा हुआ। ऑपरेशन के बाद बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर मौत हो गई थी । बच्चा बदलने के आरोप पूरी तरह से निराधार हैं। उन्होंने बताया कि परिजनों की शिकायतों की जांच की जा रही है।

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हिन्दुस्थान समाचार / दीपेन्द्र तिवारी