नो एंट्री’ मांग को लेकर पहुंचे आंदोलनकारियों से मंत्री ने समय देकर नहीं की मुलाकात, निराशा
पश्चिमी सिंहभूम, 7 दिसंबर (हि.स.)। पश्चिमी सिंहभूम जिला में भारी वाहनों पर ‘नो एंट्री’ लागू करने की मांग को लेकर आंदोलनरत प्रतिनिधिमंडल रविवार को चाईबासा स्थित विधायक सह परिवहन मंत्री दीपक बिरुवा के कार्यालय पहुंचा, लेकिन निर्धारित समय पर मंत्र
मंत्री दीपक बीरुआ से मुलाकात करने पहुंचे आंदोलनकारी


पश्चिमी सिंहभूम, 7 दिसंबर (हि.स.)।

पश्चिमी सिंहभूम जिला में भारी वाहनों पर ‘नो एंट्री’ लागू करने की मांग को लेकर आंदोलनरत प्रतिनिधिमंडल रविवार को चाईबासा स्थित विधायक सह परिवहन मंत्री दीपक बिरुवा

के कार्यालय पहुंचा, लेकिन निर्धारित समय पर मंत्री के अनुपस्थित रहने से आंदोलनकारियों में नाराजगी देखी गई। आंदोलनकारी ने आरोप लगाया कि मंत्री दीपक बीरुआ ने उनसे मुलाकात करने का समय दिया था और स्वयं नहीं मिले।

उन्होंने बताया कि प्रतिनिधिमंडल को सुबह 8:30 बजे वार्ता का समय दिया गया था। आंदोलनकारियों के अनुसार वे 9:30 बजे तक कार्यालय में इंतजार करते रहे, जिसके बाद उन्हें यह संदेश दिया गया कि मंत्री अपने गांव में हैं और मुलाकात संभव नहीं है। इसके चलते आंदोलनकारियों ने अपना मांगपत्र मंत्री के सचिव सुभाष बनर्जी को सौंपा।

प्रतिनिधिमंडल में सुरेश सोय, रमेश बालमुचू, महेंद्र जामुदा, बमेया बारी, रेयांस सामड, वासिल प्रेम हेंब्रम, बनमाली तमसोय, चंद्र मोहन बिरुवा, संदीप देवगम समेत अन्य आंदोलनकारी और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल थे।

आंदोलनकारियों ने कहा कि उनकी मांगें जनहित से जुड़ी हैं, इसलिए सरकार को इस पर गंभीरता दिखानी चाहिए। वहीं इस मामले को लेकर मंत्री दीपक बीरुआ की ओर से किसी भी तरह की जानकारी नहीं दी गई है।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक