दंगलः अयोध्या के साजन ने राजस्थान के भूकंप सिंह को चटाई धूल
--दो दिवसीय दंगल में चौबीस पहलानों की हुई रोमांचक कुश्ती हमीरपुर, 07 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के मुस्करा विकास खण्ड के गांव पहाड़ी में चल रहे सांड बाबा मेला महोत्सव में दो दिवसीय दंगल का आयोजन हो रहा है। दो दिवसीय रामलीला व सा
फोटो - दंगल में अपने अपने दावपेंच दिखाते पहलवान


--दो दिवसीय दंगल में चौबीस पहलानों की हुई रोमांचक कुश्ती

हमीरपुर, 07 दिसम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के मुस्करा विकास खण्ड के गांव पहाड़ी में चल रहे सांड बाबा मेला महोत्सव में दो दिवसीय दंगल का आयोजन हो रहा है। दो दिवसीय रामलीला व सांस्कृतिक कार्यक्रमो में आयोजित दंगल में रविवार को दूर दराज से आये प्रसिद्ध पहलवानों ने अपने दावपेंच दिखाकर दर्शकों की जमकर वाहवाही लूटी।

सांती महिला पहलवान राजस्थान तथा खुशी पाल महिला कानपुर के बीच हुई, जिसमें खुशी पहलवाऩ ने शांति को पटकनी देकर कुश्ती जीत ली। कुश्ती बेहद रोचक हुई। जिसे देख दर्शकों ने इन आदिशक्ति महिलाओं की कुश्ती को खूब सराहा। आज का दंगल आयोजन ग्राम प्रधान प्रतिनिधि तेजप्रताप उर्फ तेजू मुखिया द्वारा कराया गया। चल रहे चार दिवसीय मेला व रामलीला में दो दिवसीय दंगल का आयोजन किया गया। जिसमें दूसरे दिन रविवार की दोपहर बाद आयोजित दंगल का शुभारम्भ ग्राम प्रधान प्रतिनिधि के बड़े भाई नरेश राजपूत मास्टर ने फीता काटकर व दूरदराज से आये पहलवानों का हाथ मिलवाकर दंगल की शुभारम्भ कराया। जिसके उपरांत हुई कुश्ती में राजस्थान से आये भूकम्प सिंह ने अयोध्या के साजन के बीच कुश्ती में अयोध्या के साजन ने भूकम्प सिंह को पटखनी दे दी।

सज्जू कानपुर व असलख के बीच हुई कुश्ती में सज्जू विजयी रहा। बाँदा के भूरा व कानपुर के सुल्तान एवम राहुल कानपुर व नीरज मरखा एवम रामदेव बाँदा व भूरा अकबरपुर के बीच हुई कुश्तिया बराबर पर छूटी। इसके बाद दो दर्जन से अधिक कुश्तिया सम्पन्न हुई, जिसमें दूरदराज से आये पहलवानों ने अपने दावपेंच दिखाकर दर्शकों का मन मोह लिया। वही दंगल में विजेता पहलवानों को ग्राम प्रधान प्रतिनिधि तेज प्रताप सिंह और नरेश राजपूत द्वारा इनाम देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान सैकड़ों की भीड़ रही। वहीं बीती रात्रि सांस्कृतिक रामलीला मंच पर कानपुर ,बाँदा तथा अन्य जनपदों से आये रामलीला कलाकारों ने अयोध्या के राजा दशरथ नंदन मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम जी के चरित्र पर फुलवारी, रामवनवास तथा केवट संवाद की लीला का मंचन किया गया।

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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज मिश्रा