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पश्चिमी सिंहभूम, 7 दिसंबर (हि.स.)। पश्चिमी सिंहभूम जिला स्थित करलाजोड़ी निवासी रिटायर्ड बैंककर्मी परमेश्वर पुरती के साथ जीवन प्रमाण पत्र अपडेट कराने के नाम पर 16 लाख 92 हजार रुपये की साइबर ठगी के मामले में पुलिस ने रविवार को दूसरे आरोपित को गिरफ्तार कर लिया। इससे पहले मुख्य आरोपित मोहम्मद सकीर असारी को पुलिस छह दिसंबर को ही गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज चुकी थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस लगातार विशेष अभियान चला रही है।
पीड़ित की शिकायत पर 13 नवंबर 2025 को मुफ्फसिल थाना में कांड संख्या 185/2025 दर्ज किया गया था। पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तुरंत साइबर टोल फ्री नंबर 1930 पर कॉल कर विवादित सभी खातों को होल्ड कराया और तकनीकी साक्ष्य, कॉल डिटेल तथा सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान की। जांच में गिरफ्तार सकीर असारी ने खुलासा किया कि ठगी की रकम निकालने में इस्तेमाल किया गया एटीएम कार्ड उसे एक अन्य व्यक्ति ने उपलब्ध कराया था।
इसी स्वीकारोक्ति के आधार पर पुलिस ने रविवार को पकुड़िया, जिला पाकुड़ निवासी मोहम्मद इकबाल अहमद को गिरफ्तार कर लिया। आरोपित ने पूछताछ में अपनी संलिप्तता स्वीकार करने के साथ यह भी बताया कि इस गिरोह में कई अन्य साइबर अपराधी शामिल हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी जारी रखे हुए है। गिरफ्तारी के दौरान आरोपित के पास से ओपो कंपनी का एक एंड्रॉयड मोबाइल फोन और जियो कंपनी के 10 सिम कार्ड बरामद किए गए।
पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक प. सिंहभूम, चाईबासा के नेतृत्व में एक विशेष छापामारी टीम गठित की गई थी, जिसने तकनीकी विश्लेषण और सतत कार्रवाई के आधार पर त्वरित सफलता हासिल की।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक