जगदलपुर : बस्तर में मनाया गया सशस्त्र सेना झण्डा दिवस, पूर्व सैनिकों का किया गया सम्मान
​जगदलपुर, 7 दिसंबर (हि.स.)। देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूतों के पुण्य स्मरण और उनके परिवारों के कल्याण के लिए बस्तर जिले में रविवार 7 दिसंबर को सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पूरे सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिला सैनिक कल्याण
बस्तर में मनाया गया सशस्त्र सेना झण्डा दिवस, पूर्व सैनिकों का किया गया सम्मान


​जगदलपुर, 7 दिसंबर (हि.स.)। देश की रक्षा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर सपूतों के पुण्य स्मरण और उनके परिवारों के कल्याण के लिए बस्तर जिले में रविवार 7 दिसंबर को सशस्त्र सेना झण्डा दिवस पूरे सम्मान के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई और पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। ​

रविवार 7 दिसंबर को प्रातः 11 बजे जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में कार्यक्रम का शुभारम्भ हुआ। इस अवसर पर कलेक्टर और जिला सैनिक कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष हरिस एस, पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा सहित ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक के प्रभारी अधिकारी कर्नल एके कर, सर्जन कमाण्डर जॉनसन एवं दंत चिकित्सक डॉ. अभिषेक सिंह पठानिया को जिला सैनिक कल्याण अधिकारी द्वारा ध्वज प्रतीक (फ्लैग प्रतीक) लगाकर किया गया।

इस मौके पर जिला सैनिक कल्याण कार्यालय में द्वितीय विश्व युद्ध की नान पेंशनर महेश्वरी वानखड़े एवं वानो बाई को शॉल और श्रीफल भेंट कर सम्मानित किया गया। उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करते हुए उन्हें विशेष निधि से 10 हजार रुपए का धनादेश भी सौंपा गया। ​पूरे बस्तर संभाग से पूर्व सैनिक एवं पूर्व सैनिकों के परिजनों ने इस कार्यक्रम में भा​ग लिया।

​कार्यक्रम के अध्यक्ष कलेक्टर श हरिस एस ने सभी नागरिकों से सशस्त्र सेना झंडा दिवस कोष में उदारतापूर्वक योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा यह कोष हमें अपने बहादुर शहीदों के आश्रितों, भूतपूर्व सैनिकों के पुनर्वास और कल्याण को सुनिश्चित करने का अवसर देता है। राष्ट्र के इन सच्चे नायकों के प्रति आभार व्यक्त करने का यह हमारा कर्तव्य है।

​इस दिन का मुख्य उद्देश्य सशस्त्र सेनाओं के कर्मचारियों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए धन एकत्र करना है, विशेषकर उन लोगों के लिए जिन्होंने देश की सेवा में अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। यह दिन हमें सेना के प्रति सम्मान व्यक्त करने और उनकी वीरता को याद करने की प्रेरणा देता है।हम सभी नागरिकों से अपील करते हैं कि वे इस पुण्य कार्य में बढ़-चढ़कर भाग लें और राष्ट्र के इन सच्चे सेवकों के परिवारों के लिए अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।

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हिन्दुस्थान समाचार / राकेश पांडे