उत्तर बंगाल फतह की तैयारी में तृणमूल, अभिषेक बनर्जी ने अलीपुरद्वार में पांचों सीटों पर जीत का दिया निर्देश
अभिषेक बनर्जी ने उत्तर बंगाल में जीत का लक्ष्य का रखा


अलीपुरद्वार, 04 अगस्त (हि.स.)। पश्चिम बंगाल में आगामी वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। उत्तर बंगाल में बेहतर प्रदर्शन के लिए तृणमूल कांग्रेस ने रणनीतिक स्तर पर तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार को तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने कोलकाता स्थित कैमैक स्ट्रीट कार्यालय में कूचबिहार और अलीपुरद्वार जिलों के पार्टी नेताओं और विधायकों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की है।

इस बैठक में अलीपुरद्वार जिले की सभी पांच विधानसभा सीटों पर जीत का लक्ष्य निर्धारित करते हुए स्थानीय नेतृत्व को पूरी ताकत से जुट जाने के निर्देश दिए गए हैं। मदारीहाट विधानसभा उपचुनाव में तृणमूल की जीत से उत्साहित अभिषेक बनर्जी ने साफ कर दिया कि आने वाले विधानसभा चुनावों में उत्तर बंगाल से बेहतर परिणाम हासिल करना पार्टी की पहली प्राथमिकता है।

अभिषेक बनर्जी ने यह भी मुद्दा उठाया कि भाजपा शासित राज्यों में बंगाल के प्रवासी श्रमिकों के साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। उन पर बांग्लादेशी का आरोप लगाकर प्रताड़ित किया जा रहा है, साथ ही मारपीट कर पैसे भी छीने जा रहे हैं। इसके विरोध में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 'भाषा आंदोलन' का आह्वान किया है, जिसे आगामी प्रचार अभियानों में प्रमुख मुद्दा बनाया जाएगा।

बैठक में अलीपुरद्वार जिला तृणमूल अध्यक्ष प्रकाश चिक बराइक, जिला चेयरमैन गंगाप्रसाद शर्मा, विधायक सुमन कांजिलाल, मदारीहाट के विधायक जयप्रकाश टोप्पो, आईएनटीटीयूसी के अध्यक्ष बिनोद मिंज, युवा तृणमूल के अध्यक्ष समीर घोष और महिला तृणमूल की अध्यक्ष चंद्रा नार्जिनारी भी उपस्थित थे।

गंगाप्रसाद शर्मा ने कहा है कि अभिषेक बनर्जी ने हमें पांचों विधानसभा सीटें जीतने का लक्ष्य दिया है। संगठनात्मक मामलों पर भी चर्चा हुई। यदि बदलाव की आवश्यकता होगी तो फैसला ममता बनर्जी करेंगी।

वहीं, विधायक सुमन कांजिलाल ने कहा, आमादेर पाड़ा आमादेर समाधान(हमारा पड़ोस, हमारा समाधान)' कार्यक्रम के तहत जनप्रतिनिधियों को आम जनता के और अधिक करीब जाकर काम करने के निर्देश मिले हैं। साथ ही, बंगाल और बांग्ला भाषा के अपमान के खिलाफ आंदोलन को और तेज करने की बात भी कही गई है।

हिन्दुस्थान समाचार / अनिता राय