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गांधीनगर, 02 अगस्त (हि.स.)। गुजरात की राजधानी गांधीनगर का शनिवार को 61वां स्थापना दिवस है। इस अवसर पर गांधीनगर में आयोजित
समारोह में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राज्य के ‘विकास विजन’ का दस्तावेज लांच किया।
गांधीनगर महानगरपालिका में आयोजित समारोह में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में शहरी विकास वर्ष 2025 के तहत राज्य के महानगरों और नगरों से अपने विशिष्ट विकास विजन के साथ एक रोडमैप तैयार कर उसे लागू करने के लिए समयबद्ध योजना बनाने का प्रेरक आह्वान किया है।
मुख्यमंत्री पटेल ने कहा कि हमारी ऐसी मंशा है कि इस प्रकार के विकास विजन की श्रेष्ठता की प्रतिस्पर्धाएं हों और गुजरात के शहर शहरी विकास क्षेत्र में देश को दिशा दिखाने वाले शहर बनें। उन्होंने उन स्वच्छता दूतों का सम्मान भी किया, जो हाल ही में हुए स्वच्छता सर्वेक्षण में राष्ट्रीय स्तर पर गांधीनगर को मिले सम्मान की नींव के पत्थर हैं। उन्होंने कहा कि गांधीनगर ने ग्रीन सिटी के साथ अब क्लीन सिटी का खिताब भी हासिल कर लिया है, जिसे बनाए रखने की हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तत्कालीन मुख्यमंत्री के रूप में वर्ष 2005 में शहरी विकास वर्ष का आयोजन किया है और शहरी विकास की पूरी परिभाषा बदलते हुए समग्र शहरी विकास का एक नवीन दृष्टिकोण दिया है। इतना ही नहीं उन्होंने नल, सीवरेज और सड़कों की सुविधाओं से आगे बढ़कर टेक्नोलॉजी के उपयोग से नागरिक-उन्मुख सेवाओं के विस्तार की दिशा भी दी है। उन्होंने कहा कि शहरी विकास वर्ष-2005 के इस आयोजन की सफलता से राज्य के शहर प्राणवान और ऊर्जावान बने हैं और शहरी विकास का एक नया मानचित्र तैयार हुआ है।
उन्होंने कहा कि शहरी विकास की दो दशकों की उपलब्धियों और सफलता के बाद अब हम विश्व स्तरीय शहरी विकास के संकल्प के साथ शहरी विकास वर्ष-2025 मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस उद्देश्य से हमने राज्य के शहरी विकास बजट में इस वर्ष 40 फीसदी की वृद्धि कर 30 हजार करोड़ रुपये आवंटित किए हैं।
उन्होंने यह उम्मीद जताई कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘विकसित भारत@2047’ का जो संकल्प किया है, उसे राज्य के शहर स्मार्ट और सस्टेनेबल शहरी विकास के माध्यम से साकार करेंगे। उन्होंने देश के विकास के इस अमृत काल में ‘कैच द रेन’ अभियान के अंतर्गत बड़े पैमाने पर वाटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर बनाने और अर्बन फॉरेस्ट बढ़ाने के साथ-साथ ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के जरिए हरित आवरण को बढ़ाने की अपील की। मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण के साथ विकास की वकालत करते हुए सोलर रूफटॉप और अधिक से अधिक संख्या में ई-मोबिलिटी अपनाने का भी अनुरोध किया। मुख्यमंत्री ने ‘एक पेड़ मां के नाम 2.0’ अभियान के अंतर्गत टाउन हॉल में वृक्षारोपण भी किया।
गांधीनगर की महापौर मीराबेन पटेल ने स्वागत भाषण में कहा कि गांधीनगर का निरंतर विकास हो रहा है।
इस अवसर पर गांधीनगर दक्षिण के विधायक अल्पेश ठाकोर, उप महापौर नटवरजी ठाकोर, मनपा में स्थायी समिति के चेयरमैन गौरांग व्यास और शासक पक्ष के नेता अनिलभाई, सचेतक सेजलबेन परमार, मनपा आयुक्त जितेन्द्रसिंह वाघेला, जिला कलेक्टर मेहुल दवे, शहर भाजपा अध्यक्ष आशीषभाई दवे, शहर प्रभारी नौकाबेन प्रजापति, पूर्व महापौर और उप महापौर ,सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों सहित बड़ी संख्या में नगर जन उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / Abhishek Barad