ग्रामीणों ने जबरन खोला पानी, राजकीय नर्सरी तरांव से बह गई मछलियां
उप्र के प्रयागराज जनपद में स्थित तरांव क्षेत्र की नर्सरी में जलभराव का दृश्य


उप्र के प्रयागराज जनपद में स्थित तरांव क्षेत्र की नर्सरी में जलभराव का दृश्य


प्रयागराज, 26 जुलाई (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जनपद में स्थित कोरांव तहसील क्षेत्र में स्थित राजकीय मत्स्य प्रक्षेत्र तरांव में स्थित तालाब में जबरन पानी खोलने से मछलियां बह गई। इस संबंध में सूचना देने के बावजूद पुलिस नहीं पहुंची और परिणाम स्वरूप मत्स्य विभाग की भारी क्षति हो गई। यह जानकारी शनिवार को मत्स्य पालक विकास अभिकरण प्रयागराज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रदीप कुमार ने दी।

उन्होंने बताया कि सरकार मछली कारोबार को बढ़ाने के लिए लाखों रूपया खर्च कर रही है। लेकिन पुलिस का सही समय पर सहयोग न मिलने की वजह से मत्स्य विभाग की काफी क्षति हो गई। प्रयागराज के कोरांव तहसील में स्थित राजकीय मत्स्य प्रक्षेत्र में स्थित तालाब में निर्धारित लक्ष्यों 25 लाख की पूर्ति कुल 72 लाख मत्स्य स्पान 14 जुलाई को संचित किया गया था। लेकिन 17 जुलाई को अचानक अत्याधिक बारिश होने की वजह से तरांव में भारी जलभराव होने से स्थानीय ग्रामीणों ने जबरदस्ती मत्स्य प्रक्षेत्र में सुरक्षा के लिए तैनात मछुओं ने बार—बार बांधे जाने के बावजूद खोल दिया। इस संबंध में तत्काल 112 नम्बर पर पुलिस को सूचना देकर सहायता मांगी गई। लेकिन पुलिस से कोई सहयोग नहीं मिल पाया। जिसका परिणाम यह हुआ कि प्रक्षेत्र पर उपलब्ध नर्सरियां जलमग्न हो गई और नर्सरियों में उपलब्ध मछलियां बह गई। इस संबंध में तत्काल जानकारी मिलते ही प्रक्षेत्र पर पदस्थ मछुओं द्वारा दिये जाने पर तत्काल मत्स्य विकास अधिकारी तरांव मनोज कुमार मौके पर पहुंचे और देखा तो प्रक्षेत्र की समस्त नर्सरियां जलमग्न दिखाई दी और बाढ़ जैसे स्थिति से नर्सरी में उपलब्ध सभी मत्स्य स्पान (मछलिया) बह जाने की पुष्टि हुई है। इस साक्ष्य के रूप में संबंधित अधिकारियों को सभी नर्सरियों का छाया चित्र भी भेजा गया। इतना ही नहीं जिम्मेदार अधिकारियों के मण्डलीय एवं जनपदीय व्हाट्सएप ग्रुप पर भी भेज दिया गया।

ऐसी परिस्थिति में प्रक्षेत्र पर उपलब्ध समस्त मछलियां बह जाने के कारण से वर्तमान में प्रक्षेत्र के लिए निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति किया जाना अब संभव नहीं हो पाएगा।

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हिन्दुस्थान समाचार / रामबहादुर पाल