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कुपवाड़ा, 11 जुलाई हि.स.। उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा ज़िले के नागरी इलाके में दूषित पेयजल के सेवन के कारण 200 से ज़्यादा निवासी जलजनित बीमारी के एक संदिग्ध प्रकोप से प्रभावित हुए हैं।
यह घटना दो दिन पहले तब सामने आई जब नागरी के गमंदर इलाके के निवासियों को दस्त, उल्टी और पेट में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाई देने लगे। कुछ ही दिनों के भीतर 193 लोगों के बीमार पड़ने की सूचना मिली जिसके बाद ज़िला स्वास्थ्य अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की।
जानकारी के अनुसार सभी प्रभावित व्यक्तियों ने एक ही स्रोत से पानी पिया था जिसके दूषित होने की आशंका है।
कुपवाड़ा के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मसरत इकबाल वानी ने प्रकोप की पुष्टि की और कहा कि प्रभावित गाँव में तुरंत एक चिकित्सा दल भेजा गया।
डॉ. वानी ने कहा कि प्रकोप की सूचना मिलने के तुरंत बाद हमने इलाके में एक चिकित्सा दल भेजा।
प्रभावित 200 व्यक्तियों में से केवल छह को उप-ज़िला अस्पताल कुपवाड़ा रेफर करने की आवश्यकता पड़ी। बाकी लोगों को एनटीपीएचसी नगरी में आवश्यक दवा दी गई है और वे ठीक हो रहे हैं।
उन्होंने आश्वासन दिया कि स्थिति नियंत्रण में है और घबराने की कोई ज़रूरत नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि हमारी मेडिकल टीम तैयार है और स्थिति पर कड़ी नज़र रख रही है।
एहतियाती उपाय के तौर पर निवासियों को अगली सूचना तक संदिग्ध जल स्रोत का उपयोग बंद करने की सलाह दी गई है। आईडीएसपी ने क्षेत्र से पानी के नमूने एकत्र किए हैं और उन्हें परीक्षण के लिए जिला जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला भेज दिया है।
डॉ. वानी ने कहा कि हमने विस्तृत मूल्यांकन के लिए जल स्रोत से नमूने एकत्र किए हैं। प्रयोगशाला के निष्कर्षों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हिन्दुस्थान समाचार / राधा पंडिता