Enter your Email Address to subscribe to our newsletters

जोधपुर, 9 जून (हि.स.)। डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रोफेसर (वैद्य) प्रदीप कुमार प्रजापति के मार्गदर्शन में मानव संसाधन विकास केंद्र द्वारा‘निरंतर क्षमता विकास कार्यक्रम (सीसीबीपी) 2025 के अंतर्गत एक दिवसीय शैक्षणिक व्याख्यान का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में आयुर्वेद शिक्षण में नवीन तकनीकों एवं शिक्षण विधियों के मूल सिद्धांतों पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। मुख्य वक्ता संहिता एवं सिद्धांत विभाग आइटीआरए जामनगर (गुजरात) के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर हितेश व्यास ने दो विषयों शिक्षण तकनीकों के मूल तत्व एवं शिक्षण में तकनीक का उपयोग पर गहन चर्चा की। कार्यक्रम का आयोजन पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ़ आयुर्वेद जोधपुर के सेमिनार हॉल में किया गया, जिसमें विश्वविद्यालय के समस्त शिक्षकों एवं स्नातकोत्तर विद्यार्थियों की उपस्थिति अनिवार्य रही।
इस व्याख्यान का उद्देश्य शिक्षकों और शोधार्थियों की शैक्षणिक क्षमताओं का सुदृढ़ीकरण करना था, ताकि आयुर्वेद शिक्षा प्रणाली को आधुनिक दृष्टिकोण के साथ अधिक प्रभावशाली बनाया जा सके। इस अवसर पर सीएचआरडी निदेशक डॉ राकेश कुमार शर्मा, प्रोफेसर दिनेश चंद्र शर्मा, डॉ दिनेश कुमार राय सहित आयुर्वेद, होम्योपैथी महाविद्यालय के समस्त संकाय सदस्य एवं स्नातकोत्तर अध्येता उपस्थित रहे।
हिन्दुस्थान समाचार / सतीश