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पटना, 9 मई (हि.स.)। देश में आपात स्थिति से निपटने के लिए बिहार सरकार केन्द्र काे मदद करने का प्रयास कर रही है। भारत-पाकिस्तान के बढ़ते तनाव के बीच आपात स्थिति में नागरिकों की सुरक्षा को लेकर शुक्रवार को आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की अध्यक्षता में नागरिक सुरक्षा निदेशालय के महानिदेशक परेश सक्सेना के साथ समीक्षात्मक बैठक हुई।
नागरिक सुरक्षा स्वयं सेवक की संख्या बढ़ाने पर जाेर
बैठक में भारत-नेपाल के सीमावर्ती जिलों पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया, किशनगंज एवं भारत सरकार द्वारा घोषित चार नागरिक सुरक्षा जिलों पूर्णिया, कटिहार, बेगूसराय एवं पटना तथा विदेशी पर्यटकों के आवागमन के कारण महत्त्वपूर्ण जिला गया में नागरिक सुरक्षा स्वयं सेवक की संख्या बढ़ाने तथा उन्हें प्रशिक्षित करने को लेकर आवश्यक निर्देश दिए गए। प्रशिक्षण का उद्देश्य आपात स्थिति में जिला प्रशासन के साथ मिलकर त्वरित गति से सुरक्षा, राहत एवं बचाव कार्य, सामुदायिक क्षमतावर्धन तथा जन-जागरुकता हेतु स्वयं सेवक तैयार करना है।
आपदा मित्र का प्रशिक्षण के बाद बढ़ाया जायेगा मानदेय
अपर मुख्य सचिव ने कहा वर्तमान परिस्थिति को देखते हुए नागरिकों की सुरक्षा को लेकर तत्पर आपदा मित्र, विश्वविद्यालयों तथा महाविद्यालय से संबद्ध राष्ट्रीय सेवा योजना, राष्ट्रीय कैडेट कोर, नेहरू युवा केंद्र, स्काउट एंड गाइड के इच्छुक युवाओं को प्रशिक्षण देकर सुरक्षा एवं जागरूकता के कार्य हेतु लगाया जाएगा। साथ ही उन्होंने नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों का मानदेय 400 रुपए प्रतिदिन से बढ़ाकर 750 रुपए प्रतिदिन की दर से निर्धारित करने हेतु अग्रेतर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। नागरिकों की सुरक्षा को इच्छुक राज्य के अन्य युवा भी संबंधित नागरिक सुरक्षा कार्यालय तथा जिला पदाधिकारी कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।
बैठक में नागरिक सुरक्षा निदेशालय के महानिदेशक परेश सक्सेना, राष्ट्रीय कैडेट कोर, राष्ट्रीय सेवा योजना, नेहरू युवा केंद्र तथा स्काउट एण्ड गाइड के प्रतिनिधियों के साथ आपदा प्रबंधन विभाग के संयुक्त सचिव नदीमुल गफ्फार सिद्दीकी, विशेष कार्य पदाधिकारी संदीप कुमार व अविनाश कुमार समेत विभाग के अन्य वरीय पदाधिकारी उपस्थित रहे।
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हिन्दुस्थान समाचार / चंदा कुमारी