हिसार : शहीदों सपनों का राष्ट्र बनाने में योगदान दें युवा वर्ग : डॉ. विक्रमजीत
दयानंद कॉलेज में शहीदी दिवस के उपलक्ष में संगोष्ठी का आयोजन हिसार, 22 मार्च (हि.स.)। दयानंद कॉलेज के इतिहास एवं रक्षा अध्ययन विभाग के संयुक्त तत्वाधान में शहीदी दिवस के उपलक्ष में एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी का
शहीदों के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित करके उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते प्राचार्य एवं अन्य।


दयानंद कॉलेज में शहीदी दिवस के उपलक्ष में संगोष्ठी का आयोजन

हिसार, 22 मार्च (हि.स.)। दयानंद कॉलेज के इतिहास एवं रक्षा अध्ययन विभाग के

संयुक्त तत्वाधान में शहीदी दिवस के उपलक्ष में एक विशेष संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस संगोष्ठी का विषय वर्तमान में शहीद भगत सिंह के विचारों की प्रासंगिकता रखा गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विक्रमजीत सिंह के

नेतृत्व में शनिवार को अमर शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव की प्रतिमाओं के समक्ष

पुष्पांजलि दी गई।

कार्यक्रम का परिचय व स्वागत इतिहास विभाग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ.

सुरुचि शर्मा ने किया। प्राचार्य डॉ. विक्रमजीत सिंह ने अमर शहीदों को श्रद्धांजलि

अर्पित करते हुए कहा कि युवाओं को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए तथा उनके सपनों के राष्ट्र

का निर्माण में अपनी भूमिका अदा करनी चाहिए। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एवं इतिहास विभाग के अध्यक्ष डॉ. महेंद्र सिंह ने

स्पष्ट किया कि राष्ट्र को आजादी उपहार में नहीं बल्कि बलिदान एवं संघर्ष के उपरांत

मिली। अमर शहीदों ने दुनिया की सबसे बड़ी साम्राज्यवादी शक्ति अंग्रेजों को टक्कर दी।

अपने शहीद भगत सिंह के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान में उसकी महता के बारे

में बताया।

कार्यक्रम का संचालन सुनील कुमार के द्वारा किया गया। इतिहास विभाग के शिक्षक

संदीप कुमार ने सभी का धन्यवाद किया। इतिहास परिषद तथा रक्षा अध्ययन परिषद के कार्यों

की इस कार्यक्रम आयोजन में काफी महत्वपूर्ण भूमिका रही। रक्षा अध्ययन विभाग के शिक्षक

डॉ. रविंद्र कुमार तथा डॉ. विक्रम सिंह ने सभी आयोजक मंडल के सदस्य के रूप में उल्लेखनीय

कार्य किया। विद्यार्थियों द्वारा इस अवसर पर प्रश्न भी पूछे गए जिनका जवाब देकर शिक्षकों

ने उनकी जिज्ञासा को शांत किया। इस अवसर पर इतिहास व रक्षा अध्ययन विभाग के विद्यार्थियों

के अतिरिक्त हिंदी विभाग से डॉ. दीपक तथा गणित विभाग से सुमित सहित काफी शिक्षकों की

उपस्थित रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर