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हिसार, 22 मार्च (हि.स.)। राष्ट्रीय जल शक्ति दिवस के उपलक्ष में राष्ट्रीय
जल शक्ति अभियान के तहत सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्रालय हरियाणा एवं आर्ट एंड कल्चर
विभाग हरियाणा के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तरीय चित्रकला कार्यशाला
का आयोजन किया गया। पंचकूला में आयोजित इस कार्यशाला में देश भर से 20 चित्रकारों को
आमंत्रित कर जल संचय (कैच दी रेन 2025) विषय पर चित्रकला कार्यशाला का आयोजन हुआ।
कार्यशाला का शुभारंभ कार्यक्रम अधिकारी एवं सिंचाई विभाग की आयुक्त रेणु हुड्डा
ने किया। कार्यशाला में सभी चित्रकारों ने अपनी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करते हुए
अपने मनोभावों को कैनवास पर प्रदर्शित किया और जल शक्ति के महत्व को कैनवास पर उकेरा।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मिरान में कार्यरत ललित कला प्राध्यापक, हिसार के
प्रसिद्ध चित्रकार डॉ. राजेश जांगड़ा ने कैनवास पर बचपन में कागज की कश्ती जो बारिश
के पानी में चलाई जाती थी से लेकर जीवन के अंत तक जल के महत्व का बोध करवाया और भविष्य
में जल संकट से कैसे बचा जा सके ऐसे भावों को प्रकट करती हुई प्रभावमयी कलाकृति का
निर्माण किया। इस कलाकृति को देखकर कार्यक्रम अधिकारी रेणु हुड्डा ने डॉ. जांगड़ा की
कलाकृति की मुक्त कंठ से प्रशंसा की और कहा कि सच्चे कलाकार की इस कलाकृति में जल संचय
के लिए संभावनाएं चित्रित की गई है। यह कलाकृति हम सभी का मार्गदर्शन अवश्य करेगी।
उन्होंने बताया कि यह सभी 20 कलाकृतियां ताऊ देवीलाल स्टेडियम सेक्टर तीन में प्रदर्शित
की गई, जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटील,
हरियाणा की सिंचाई एवं जल संसाधन मंत्री श्रुति चौधरी ने किया। कार्यक्रम के अंत में
आर्ट एंड कल्चर विभाग की चित्रकला कार्यक्रम प्रभारी रेनू हुड्डा एवं अन्य अतिथियों
ने डॉक्टर जांगड़ा को प्रशंसा प्रमाण पत्र एवं समृद्धि चिन्ह देकर सम्मानित किया।
हिन्दुस्थान समाचार / राजेश्वर