बलरामपुर : सांसद चिंतामणि महाराज ने किया राज्योत्सव का शुभारंभ, रजत संकल्प पुस्तिका हुई लोकार्पित
सांसद चिंतामणि महाराज ने किया राज्योत्सव का शुभारंभ, रजत संकल्प पुस्तिका हुई लोकार्पित


सांसद चिंतामणि महाराज ने किया राज्योत्सव का शुभारंभ, रजत संकल्प पुस्तिका हुई लोकार्पित


सांसद चिंतामणि महाराज ने किया राज्योत्सव का शुभारंभ, रजत संकल्प पुस्तिका हुई लोकार्पित


सांसद चिंतामणि महाराज ने किया राज्योत्सव का शुभारंभ, रजत संकल्प पुस्तिका हुई लोकार्पित


सांसद चिंतामणि महाराज ने किया राज्योत्सव का शुभारंभ, रजत संकल्प पुस्तिका हुई लोकार्पित


राज्योत्सव की शोभा फीकी, मंच पर महतारी उपेक्षित, प्रशासन पर उठे सवाल


सांसद बोले- अब नक्सलमुक्त, शिक्षित और उन्नत जिले के रूप में पहचान बना रहा बलरामपुर

बलरामपुर, 2 नवंबर (हि.स.)। राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर रव‍िवार को बलरामपुर के शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैदान में तीन दिवसीय राज्योत्सव कार्यक्रम की भव्य शुरुआत हुई। इस अवसर पर सरगुजा सांसद चिंतामणि महाराज ने मां सरस्वती और छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष धीरज सिंहदेव, जनपद अध्यक्ष सुमित्रा चेरवा, कृष्णा गुप्ता, भानुप्रकाश दीक्षित सहित अन्य जनप्रतिनिधि, कलेक्टर राजेंद्र कटारा, वनमंडलाधिकारी आलोक वाजपेयी, सीईओ नयनतारा सिंह तोमर, अपर कलेक्टर आर.एस. लाल, एएसपी विश्वदीपक त्रिपाठी और बड़ी संख्या में नागरिक मौजूद रहे।

राज्य निर्माण से मिली नई दिशा

सांसद चिंतामणि महाराज ने सभा को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ के गठन के 25 वर्ष पूर्ण होने पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2000 में राज्य बनने के बाद छत्तीसगढ़ ने विकास की दिशा में अभूतपूर्व प्रगति की है। बलरामपुर, जो कभी नक्सल प्रभावित इलाका माना जाता था, आज शांति और समृद्धि की ओर अग्रसर है।

उन्होंने कहा कि पहले शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी बुनियादी सुविधाएँ सीमित थीं, पर अब हर गांव तक स्कूल, कॉलेज और अस्पताल पहुँच चुके हैं। कृषि क्षेत्र में भी किसानों ने आधुनिक तकनीक अपनाकर दलहन, तिलहन और सब्जियों के उत्पादन में नई ऊँचाइयाँ हासिल की हैं। सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पिछड़ी जनजातियों के लिए चलाई जा रही पीएम जनमन और धरती आबा उत्कर्ष योजना के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इन योजनाओं ने विशेष पिछड़ी जनजातियों को मुख्यधारा से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

रजत संकल्प पुस्तिका का विमोचन

कार्यक्रम में सांसद ने जिला प्रशासन द्वारा तैयार राज्य के 25 वर्षों की उपलब्धियों पर आधारित ‘रजत संकल्प’ पुस्तिका का विमोचन किया। उन्होंने इसे छत्तीसगढ़ की विकास यात्रा का सार बताते हुए कहा कि यह पुस्तिका आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी। सांसद ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी स्टॉलों का भी निरीक्षण किया और अधिकारियों के प्रयासों की सराहना की। कुल 24 विभागीय स्टॉलों में शासन की योजनाओं और उपलब्धियों की जानकारी दृश्यात्मक माध्यम से दी जा रही है।

हितग्राहियों को मिला योजनाओं का लाभ

राज्योत्सव के प्रथम दिवस सांसद ने विभिन्न योजनाओं के तहत 51 हितग्राहियों को सामग्री और चेक वितरित किए। इनमें प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 10 हितग्राहियों को मकान की चाबी, पशुधन विभाग द्वारा पशुपालन सहायता राशि, स्वास्थ्य विभाग से आयुष्मान कार्ड, उद्यान विभाग से अनुदान प्रमाण पत्र तथा समाज कल्याण विभाग की सहायता राशि शामिल रही। कुल मिलाकर लगभग 20 लाख रुपये की सहायता राशि वितरित की गई।

बच्चों की प्रस्तुति ने बांधा समां

सांस्कृतिक कार्यक्रम में स्कूली बच्चों ने लोकगीत, लोकनृत्य और नाट्य प्रस्तुति से दर्शकों का मन मोह लिया। छत्तीसगढ़ी पारंपरिक नृत्य और गीतों ने पूरे वातावरण को उत्सवमय बना दिया। रस्साकसी और वाद-विवाद प्रतियोगिता में भी युवाओं ने उत्साह के साथ भाग लिया।

बलरामपुर की प्रगति पर गर्व

कार्यक्रम के समापन पर कलेक्टर राजेंद्र कटारा ने जिले के गठन से अब तक की विकास यात्रा और नवाचारों की जानकारी साझा की। अंत में सांसद चिंतामणि महाराज को स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। उन्होंने कहा- राज्योत्सव न केवल हमारी सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है, बल्कि यह शासन की योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का अवसर भी है। बलरामपुर आज विकास और उम्मीद का प्रतीक बन चुका है।

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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय