आस्था से सजी दिल्ली, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने उगते सूर्यदेव को दिया अर्घ्य
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता छठ सूर्य अर्घ्य


नई दिल्ली, 28 अक्टूबर (हि.स.)। सूर्योपासना और प्रकृति पूजा के महापर्व छठ की भोर आज दिल्ली के लिए एक अद्भुत दृश्य लेकर आई। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता आज प्रातःकाल आईटीओ स्थित यमुना नदी के हाथी घाट पहंची, जहां उन्होंने छठ व्रतियों के साथ उगते सूर्यदेव को अर्घ्य अर्पित किया और पूजा-अर्चना भी की। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष छठ पर्व की भव्यता केवल दिल्ली तक सीमित नहीं बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यमुना के पावन घाटों पर जब श्रद्धालु माताएं और बहनें अर्घ्य अर्पित कर रही थीं, तो ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो पूरी दिल्ली आस्था, अनुशासन और भक्ति के प्रकाश में स्नान कर रही हो। सूर्यदेव की स्वर्णिम किरणों से यमुना की लहरें झिलमिला उठीं और छठी मइया के आशीर्वाद से हर घर और हर द्वार पर नई उम्मीद का दीप जल उठा। इस अवसर पर छठ व्रतियों ने दिल्ली सरकार द्वारा किए गए प्रबंधों पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि कई वर्षों बाद यमुना का जल इतना निर्मल दिखाई दे रहा है। श्रद्धालु महिलाओं ने दिल्ली सरकार द्वारा घाटों पर की गई स्वच्छता, सुरक्षा, जल व्यवस्था और प्रकाश व्यवस्था की सराहना करते हुए इसे अत्यंत उत्कृष्ट और ऐतिहासिक बताया। इस दौरान दिल्ली के कैबिनेट मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा, रविंदर इन्द्रराज सिंह सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज दिल्ली की धरती पर आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिल रहा है। यह केवल पूजा नहीं, बल्कि उस नई दिल्ली का प्रतीक है जो संस्कृति और स्वच्छता, श्रद्धा और सेवा के संगम पर खड़ी है। उन्होंने कहा कि पूर्वांचल से आए भाइयों और बहनों के चेहरों पर मुस्कान ही उनके लिए सबसे बड़ा आशीर्वाद है। वही उनकी सरकार की सच्ची सफलता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस वर्ष छठ पर्व की भव्यता केवल दिल्ली तक सीमित नहीं, बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बनी हुई है। उन्होंने इसे दिल्ली का स्वर्णिम क्षण बताते हुए कहा कि जनता का विश्वास, श्रद्धा और सहयोग राजधानी को संस्कृति और स्वच्छता का केंद्र बना रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके आशीर्वाद और जनता के विश्वास से ही यह सब संभव हो सका है।

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हिन्दुस्थान समाचार / अनूप शर्मा