Enter your Email Address to subscribe to our newsletters


कोकराझार (असम), 28 अक्टूबर (हि.स.)। कोकराझार जिले के फकीराग्राम में उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा का सफल समापन हो गया। चार दिवसीय महापर्व के दौरान भगवान भास्कर की आराधना में सम्पूर्ण भारत के साथ-साथ असम के कोकराझार जिले में भी उत्सव का माहौल देखा गया। हालांकि ठंड के बावजूद भी घाटों पर व्रतियों, श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई।
इस मौके पर छठ घाटों पर की गई आकर्षक साज-सज्जा का दृश्य काफी मनोहारी लग रहा था। सोमवार को उदीयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर व्रतियों ने ३६ घंटे से जारी निर्जला उपवास तोड़ा। कोकराझार जिला के फकीराग्राम हेल नदी के घाट में श्रद्धालुओं से भरा रहा।
इससे पहले सोमवार की शाम को छठ घाटों पर व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया। अर्घ्य के दौरान व्रतधारी महिला-पुरुष जल में काफी देर तक हाथ जोड़े खड़े रह कर सूर्य की आराधना की और अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया ।
सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के लिए पूजा समितियों द्वारा छठ घाटों, सड़कों पर आकर्षक विद्युत साज-सज्जा सहित कई प्रकार के इंतजाम किए किए गए थे, ताकि व्रतियों को कोई कठिनाई न हो। छठ घाटों पर व्रतियों द्वारा कोशी भी भरी गई। अर्घ्य अर्पित करने के बाद घाटों पर सुहागिन महिलाओं ने एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर आशीर्वाद प्राप्त किया।
पूजा संपन्न होने के बाद छठ का प्रसाद पाने के लिए भी लोगों की काफी भीड़ देखी गई। छठ घाटों पर सुबह चार बजे से ही व्रतियों के पहुंचने का सिलसिला शुरू हो गया था। कई व्रती पूरे रास्ते दंडवत कर छठ घाट तक पहुंचें। पूरे छठ के दौरान प्रशासन की ओर से भी पुख्ता प्रबंध किए गए थे। जगह-जगह पर पुलिस बल तैनात किए गए थे। लोकआस्था का महान पर्व छठ श्रद्धा एवं भक्ति भरे वातावरण में संपन्न हो हो गया।
हिन्दुस्थान समाचार / किशोर मिश्रा