‘असम’ उपाधि लगाकर बीर लाचित सेना के सदस्य कर रहे हैं उत्पात: मुख्यमंत्री
‘असम’ उपाधि लगाकर बीर लाचित सेना के सदस्य कर रहे हैं उत्पात: मुख्यमंत्री


गुवाहाटी, 28 अक्टूबर (हि.स.)। असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने मंगलवार को बीर लाचित सेना के खिलाफ चल रही पुलिस कार्रवाई पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस संगठन के सदस्य ‘असम’ उपाधि लगाकर राज्यभर में उत्पात मचा रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बीर लाचित सेना के लोग सदिया से लेकर धुबड़ी तक चंदा इकट्ठा कर रहे हैं और कई संदिग्ध व्यक्ति ‘असम’ उपाधि लगाकर विभिन्न अवैध गतिविधियों में लिप्त हैं। उन्होंने कहा, “सरकार इस संगठन के खिलाफ सख्त रुख अपनाएगी। बीर लाचित सेना से जुड़े सभी मामलों की जांच की जाएगी।”

उन्होंने बताया कि इस संबंध में सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों को आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं।

उल्लेखनीय है कि हाल ही में एक व्यवसायी के अपहरण और फिरौती मांगने के आरोप में बीर लाचित सेना के पांच सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद संगठन के नेता रंटू पानीफुकन ने गुवाहाटी के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी, लेकिन कांन्फ्रेंस के बीच ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।

सूत्रों के अनुसार, अपहरण मामले में रंटू पानीफुकन की संलिप्तता पाई गई है। वहीं, संगठन के मुख्य सचिव को भी गिरफ्तार किया गया है।

इधर, संगठन के प्रशासनिक सचिव श्रृंखला चालिहा ने गिरफ्तारी का विरोध करते हुए कहा कि वे बीमार शरीर के बावजूद सड़कों पर उतरेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि बीर लाचित सेना राज्यभर में सरकार के इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करेगी।

हिन्दुस्थान समाचार / श्रीप्रकाश