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देहरादून, 25 अक्टूबर (हि.स.)। एवीएसएम, जनरल ऑफिसर कमांडिंग उत्तर भारत एरिया लेफ्टिनेंट जनरल डीजी मिश्रा ने शनिवार को माणा गांव में “देवभूमि सांस्कृतिक उत्सव 2025” का शुभारंभ किया।
यह उत्सव उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, अध्यात्म और सामुदायिक सहभागिता का जीवंत प्रदर्शन है। इस कार्यक्रम का आयोजन संयुक्त रूप से भारतीय सेना और उत्तराखण्ड सरकार ने किया है।
उद्घाटन दिवस पर स्थानीय नागरिकों, पर्यटकों तथा गणमान्य अतिथियों की उत्साहपूर्ण उपस्थिति रही। गढ़वाली लोक नृत्यों, प्रसिद्ध गढ़वाली बैंडों एवं गायकों की प्रस्तुतियों तथा पारंपरिक शिल्पकला के जीवंत प्रदर्शन ने वातावरण को उल्लासपूर्ण बना दिया। ग्रामवासियों और स्थानीय शिल्पकारों द्वारा लगाए गए स्टालों में पारंपरिक बुनाई, लकड़ी की कारीगरी और जैविक उत्पादों का आकर्षक प्रदर्शन किया गया, जिसे दर्शकों ने विशेष रूप से सराहा।
भारतीय सेना के बैंड ने मनमोहक धुनों से सभी को मंत्रमुग्ध किया, वहीं प्रदर्शनी ने सेना के समर्पण, सेवा भावना और जनसंपर्क को उजागर किया। दिन का समापन पवित्र अलकनंदा आरती के साथ हुआ, जिसने श्रद्धा और संस्कृति का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया।
“देवभूमि सांस्कृतिक उत्सव” केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने, पलायन को रोकने, रोजगार सृजन और सीमावर्ती क्षेत्रों के आर्थिक विकास की दिशा में एक सार्थक कदम है। इस आयोजन में कारीगरों, किसानों और युवाओं की सक्रिय भागीदारी ने समुदायों को सशक्त बनाने के साथ-साथ उत्तराखण्ड की परंपराओं को सहेजने का संदेश भी दिया।
हिन्दुस्थान समाचार / विनोद पोखरियाल