लोकसभा चुनाव के लिए राज्य के चार संसदीय क्षेत्रों में वोटर इनफार्मेशन स्लिप का वितरण शुरू : रवि कुमार
चौथे चरण के चुनाव के लिए वोटर इनफार्मेशन स्लिप का वितरण शुरू रांची, 27 अप्रैल (हि.स.)। मुख्य निर्वा
के रवि कुमार पत्रकारों से बातचीत करते हुए


चौथे चरण के चुनाव के लिए वोटर इनफार्मेशन स्लिप का वितरण शुरू

रांची, 27 अप्रैल (हि.स.)। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने बताया कि चौथे चरण के चुनाव के लिए लोहरदगा, खूंटी, पलामू और सिंहभूम लोकसभा क्षेत्रों में वोटर इनफार्मेशन स्लिप का वितरण शुरू हो चुका है। बीएलओ घर-घर जाकर यह कार्य कर रहे हैं। राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी चाहें तो वह बीएलओ के साथ वोटर स्लिप वितरण देखने के लिए साथ जा सकते हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी शनिवार को निर्वाचन सदन, रांची, धुर्वा में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

कुमार ने बताया कि वोटर इनफार्मेशन स्लिप में मतदाता का नाम, बूथ संख्या और स्थान, मतदाता को मतदान के दौरान क्या करना है और क्या नहीं करना है तथा गूगल मैप के साथ बूथ का लोकेशन भी रहेगा। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग वोटर इनफार्मेशन स्लिप वितरण के दौरान यह भी सर्वे करेगा कि कितने लोगों के पास मतदाता पहचान पत्र नहीं है। मतदाता को मतदान के लिए इस स्लिप के साथ वोटर आइडी कार्ड ले जाना होगा। मतदाता पहचान पत्र नहीं रहने की स्थिति में आयोग द्वारा मान्य 12 तरह के पहचान पत्र मतदान के लिए ले जाना होगा। वोटर इनफार्मेशन स्लिप वितरण की निगरानी भी की जाएगी ताकि शत-प्रतिशत वोटर तक यह सुविधा पहुंचे। इसके लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय के अधिकारी भी संबंधित लोकसभा क्षेत्रों में जाएंगे और सुनिश्चित करेंगे कि वोटर स्लिप का वितरण सुचारू ढंग से हो।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि पारदर्शी मतदान के लिए एएसडी (ऐबसेंट, शिफ्ट, डेथ) की भी सूची बनाई गई है ताकि अनुपस्थित, दूसरी जगह जा चुके या जिनका निधन हो चुका है, उनके नाम पर बोगस मतदान की आशंका नहीं रहे। उन्होंने कहा कि मतदान के दौरान बीएलओ भी मतदान केंद्र पर रहेंगे ताकि स्थानीय होने के कारण मतदाता की सही पहचान सुनिश्चित हो सके। सभी बूथों पर 14 से 18 वर्ष के आयु वर्ग के लोगों को वालेंटियर्स के रूप में रखा जाएगा। ये जहां मतदाताओं को गाइड करेंगे, वहीं भविष्य के कुशल मतदाता के रूप में तैयार होंगे। ऐसे वालेंटियर्स का चयन कर ट्रेनिंग भी दी जा चुकी है।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि भ्रामक खबरों (फेक न्यूज) के प्रकाशन, प्रसारण सहित सोशल मीडिया पर उसके पोस्ट की लगातार निगरानी की जा रही है। भ्रामक खबर मिलने पर संबंधित संस्थान, व्यक्ति पर कार्रवाई की प्रक्रिया अपनायी जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/ वंदना/चंद्र प्रकाश