यूपीए सरकार केवल लूटने के लिए सत्ता में आई है : के. अन्नामलाई
चेन्नई (तमिलनाडु), 27 मार्च (हि.स.)। तमिलनाडु भाजपा प्रमुख और कोयंबटूर से पार्टी के उम्मीदवार के. अन
यूपीए सरकार केवल लूटने के लिए सत्ता में आई है : के. अन्नामलाई


चेन्नई (तमिलनाडु), 27 मार्च (हि.स.)। तमिलनाडु भाजपा प्रमुख और कोयंबटूर से पार्टी के उम्मीदवार के. अन्नामलाई ने 27 मार्च, बुधवार को केंद्र में पिछली कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार पर हमला करते हुए कहा कि केवल लूटने के लिए वे सत्ता में आए हैं। उन्होंने तर्क दिया कि गठबंधन सरकार, जबकि गठबंधन का नेतृत्व करने वाली पार्टी के पास साधारण बहुमत नहीं है, देश के लिए अच्छा संकेत नहीं है।

अन्नामलाई ने एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करते हुए कहा, हमने सभी गठबंधन सरकारें देखी हैं। भारत में गठबंधन सरकार रखने का कोई फायदा नहीं है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि 2004 कैसा था। वे (संप्रग) केवल लूटने के लिए सत्ता में आए थे। अन्नामलाई ने यह भी विश्वास जताया कि 2024 के आम चुनाव में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को 400 से अधिक सीटें मिलेंगी।

अन्नामलाई ने दावा किया कि देश का विकास तभी होगा जब नरेन्द्र मोदी सरकार तीसरी बार सत्ता में आएगी। उन्होंने कहा, क्षेत्रीय पार्टियां विकास को नहीं समझती हैं। विकास तभी हो सकता है जब मोदी सरकार तीसरी बार सत्ता में आएगी। उन्होंने कहा कि 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला यूपीए सरकार के दौरान हुआ क्योंकि एक क्षेत्रीय पार्टी का मंत्री ऐसा कर सकता था। कमजोर प्रधानमंत्री की बांह मरोड़कर।

इससे पहले दिन में, अन्नामलाई ने कोयंबटूर संसदीय क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल करने से पहले बुधवार को एक रोड शो भी किया और अरुलमिगु कोनियाम्मन मंदिर में प्रार्थना की। अन्नामलाई के साथ विधायक वनथी श्रीनिवासन भी मौजूद थे।

अन्नामलाई ने वर्तमान निर्वाचन क्षेत्र में मुद्दों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस निर्वाचन क्षेत्र में सिंचाई सुविधा, किसानों की समस्याएं, कारखाने की समस्याएं, युवाओं के लिए नौकरी के अवसरों की कमी है। उन्होंने कहा कि अब लोग अच्छी तरह जानते हैं कि इस चुनाव में मुकाबला डीएमके और बीजेपी के बीच है। प्रधानमंत्री मोदी पिछले 10 वर्षों से बिना कोई छुट्टी लिए लोगों के लिए काम कर रहे हैं। जबकि डीएमके चुनाव घोषणापत्र में गरीबों, किसानों और आम जनता की समस्याओं के समाधान को लेकर कोई सुझाव नहीं है।

हिन्दुस्थान समाचार/डॉ आर.बी. चौधरी/आकाश