ईशा योग केंद्र से लापता ज्यादातर लोग वापस आ गए: तमिलनाडु पुलिस
चेन्नई (तमिलनाडु) , 18 अप्रैल (हि.स.)। तमिलनाडु पुलिस ने गुरुवार को मद्रास उच्च न्यायालय को बताया कि
ईशा योग केंद्र से लापता ज्यादातर लोग वापस आ गए: तमिलनाडु पुलिस


चेन्नई (तमिलनाडु) , 18 अप्रैल (हि.स.)। तमिलनाडु पुलिस ने गुरुवार को मद्रास उच्च न्यायालय को बताया कि कोयंबटूर में ईशा फाउंडेशन के योग केंद्र से लापता हुए छह लोगों में से अधिकांश वापस आ गए हैं। यह दलील न्यायमूर्ति एमएस रमेश और न्यायमूर्ति सुंदर मोहन की खंडपीठ के समक्ष दी गई, जो एक व्यक्ति द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका(हिबेस कार्पेस पिटीशन) पर सुनवाई कर रहे थे, जिसका भाई एक साल से लापता है।

एक पुलिस सूत्र ने बताया कि छह लापता लोगों में से पांच मिल गए हैं। जिनमें से चार व्यक्ति पर्यटक थे जो कोयंबटूर जिले में पश्चिमी घाट के वेल्लियांगिरी पहाड़ियों पर ट्रैकिंग के दौरान अपना रास्ता भूल गए थे। पांचवां व्यक्ति एक महिला थी जो जनवरी 2023 में एक कुएं में मृत पाई गई थी। बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका थिरुमलाई द्वारा दायर की गई थी जो छठे व्यक्ति गणेशन का भाई बताया जा रहा है क्योंकि वह मार्च 2023 से लापता है।

प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) के अनुसार, गणेशन, जो 2007 से ईशा के साथ स्वयंसेक हैं और उन्हें आखिरी बार 28 फरवरी, 2023 को योग केंद्र में देखा गया था। उन्होंने कथित तौर पर उस रात एक ऑटो लिया और वेल्लियांगिरी पर स्थित पूंडी मंदिर गए थे। लेकिन बाद में पता चला कि वह पहाड़ियों में लापता हो गया। इस मामले में ईशा के स्वयंसेवकों ने उनके परिवार को इस बारे में जानकारी देकर पहले से ही आगाह कर दिया था। पुलिस ने कहा कि वेल्लियांगिरी पहाड़ियों पर विशेष टीमें तैनात की गईं और आसपास स्थित अन्य पुलिस स्टेशनों को सूचित किया गया। हालाँकि, वे गणेशन का पता नहीं लगा सके।

22 मार्च को पिछली सुनवाई के दौरान अतिरिक्त लोक अभियोजक ई राज तिलक ने अदालत को बताया था कि ईशा योग केंद्र से 36 लोग लापता हो गए हैं। हालाँकि, जब अदालत ने बयान मांगा तो उन्होंने स्पष्ट किया कि उस समय पांच अन्य स्वयंसेवक लापता थे, लेकिन उनमें से अधिकांश भटक जाने से वापस नहीं आ सके लेकिन बाद में वह सभी लौट आए थे।

उन्होंने अदालत से यह भी कहा कि पुलिस को गणेशन का पता लगाने के लिए अभी और समय चाहिए। बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका को 7 जून को 'ख़ारिज करने के लिए' सूचीबद्ध किया गया है।

हिन्दुस्थान समाचार/ डॉ आर. बी. चौधरी/प्रभात