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कोलकाता, 03 फरवरी (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अनुपम हाजरा ने पार्टी लाइन से विपरीत विश्व भारती विश्वविद्यालय के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती पर ही सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि कुलपति के तौर पर उनका कार्यकाल पूरा होने से पहले वो खुद को भाजपा के शुभचिंतक के तौर पर पेश करने के लिए तमाम काम कर रहे हैं। इसकी वजह से विश्वविद्यालय के कुलाधिपति प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी आलोचना सहनी पड़ रही है। बोलपुर के पूर्व सांसद अनुपम के इस बयान के बाद पार्टी असमंजस में पड़ गई है। शुक्रवार को उन्होंने कहा कि जिस तरह से विश्वविद्यालय का प्रबंधन विद्युत चक्रवर्ती कर रहे हैं उससे कुलाधिपति के तौर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। वह इस तरह से बर्ताव कर रहे हैं और ऐसा बयान दे रहे हैं कि लगता है कि वह कुलपति कम और भाजपा नेता अधिक है। यह ठीक नहीं है।
उल्लेखनीय है कि तृणमूल कांग्रेस के पूर्व सांसद रहे अनुपम हाजरा की अदावत विद्युत के साथ पुरानी है। छह साल पहले विश्वविद्यालय में सोशल वर्क के अध्यापक के पद से अनुपम को बर्खास्त कर दिया गया था। उसके बाद अनुपम ने कई बार विश्वविद्यालय प्रबंधन को पत्र लिखकर उस पद को बहाल करने की गुजारिश लगाई लेकिन उस पर कोई कदम नहीं उठाया गया। अब उनका बयान राजनीतिक जगत में सुर्खियां बटोर रहा है। हिन्दुस्थान समाचार /ओम प्रकाश /गंगा