अधिक मूल्य पर लोग बालू खरीदने को विवश
खूंटी, 30 नवंबर (हि.स.)। भवन, पुल-पुलिया सहित अन्य निर्माण कार्यों में बालू की मांग दिनों दिन बढ
अवैध बालू का भंडारण,


खूंटी, 30 नवंबर (हि.स.)।

भवन, पुल-पुलिया सहित अन्य निर्माण कार्यों में बालू की मांग दिनों दिन बढ़ती ही जा रही है। समय पर बालू घाटों की प्रशासन द्वारा नीलामी नहीं किये जाने के कारण लोग अधिक मूल्य पर बालू खरीदने को विवश हैं और इसका लाभ बालू का अवैध कारोबार करने वाले उठा रहे हैं। मांग अधिक होने के कारण बालू का धंधा करने वाले लोग ग्राहकों से मनमानी कीमत भी वसूल रहे हैं। बालू तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं किये जाने के कारण इस धंधे पर रोक नहीं लग पा रही है।

अधिकारियों द्वारा यदा-कदा बालू लदे ट्रकों और अन्य वाहनों को जब्त तो किया जाता है, पर जुर्माना भर कर बालू माफिया फिर अपने धंधे में लग जाते हैं। जानकारी के अनुसार बालू के अवैध धंधे में शामिल लोग छाता, कारो, तजना, बनई सहित अन्य नदियों से बालू की निकासी कर नियत स्थान पर जमा किया जाता है। तोरपा के कारो नदी पुल, कुल्डा जंगल, टाटी वन, उर्मी, गिड़ूम, बड़ाईक टोली, होटोर सहित दर्जनों स्थानों पर अब भी लाखों सीएफटी बालू का अवैध भंडारण तस्करों द्वारा किया गया है।

इसके अलावा रनिया, मुरहू, अड़की, खूंटी प्रखंड में भी दर्जनों स्थानों पर भारी मात्रा में अवैध बालू का भंडारण किया गया है, पर प्रशासन द्वारा ने तो अवैध भंडरण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती और न ही बालू को जब्त किया जाता है। स्थानीय लोग कहते हैं कि सभी लोगों को बालू के अवैध स्टॉक की जानकारी है, पर प्रशासन को शायद अवैध भंडारण नजर नहीं आता। यही कारण है कि न तो स्थानीय प्रशासन और न ही खनन या वन विभाग कभी कोई कार्रवाई करता है। यही कारण है कि बालू तस्करी का धंध दिनों दिन परवान चढ़ता जा रहा है। ग्रीन ट्रिब्यूनल की रोक के बाद भी नदियों से बालू का अवैध खनन इस बात की ओर इंगित करता है कि बालू के धंधेबाजों को प्रशासन का वरदहस्त प्राप्त है।

हिन्दुस्थान समाचार/अनिल