बलरामपुर : लुत्ती बांध हादसे में प्रभावितों ने किया एक घंटे तक एनएच जाम, घर-मुआवजा और नौकरी की मांग
बलरामपुर, 7 सितंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में बीते मंगलवार की देर रात हुए लुत्ती बांध हादसे में अब तक छह लोगों का शव बरामद हो गया है। आज रविवार को हादसे में प्रभावित लोगों ने तातापानी एनएच 343 जाम कर दिया। लोगों ने प्रशासन से हादसे में प
एनएच जाम।


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बलरामपुर, 7 सितंबर (हि.स.)। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले में बीते मंगलवार की देर रात हुए लुत्ती बांध हादसे में अब तक छह लोगों का शव बरामद हो गया है। आज रविवार को हादसे में प्रभावित लोगों ने तातापानी एनएच 343 जाम कर दिया। लोगों ने प्रशासन से हादसे में पीड़ित परिवार को नौकरी, 50-50 लाख रूपये मुआवजा और जिनका घर बाढ़ में बह गया है उनके लिए तत्काल आश्रय का निर्माण करवाया जाए। इस दौरान कांग्रेस के जिलाध्यक्ष केपी सिंह, खैरवार समाज के अध्यक्ष अमित सिंह और बड़ी संख्या में पुलिस और प्रशासन मौजूद रही।

आज रविवार को लुत्ती बांध प्रभावित, खैरवार समाज अध्यक्ष अमित सिंह और कांग्रेस जिलाध्यक्ष केपी सिंह सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों ने तातापानी बाजार के पास एनएच 343 जाम कर दिया। जाम करीब एक घंटे तक चला। इस दौरान रामानुजगंज-अंबिकापुर रूट को डायवर्ट किया गया। किसी तरह पुलिस प्रशासन ने लोगों को समझा बुझाकर जाम खुलवाया।

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष केपी सिंह ने बताया कि, यह घटना कोई प्राकृतिक आपदा नहीं है। यह घटना पूर्णतः सिंचाई विभाग के अधिकारी कर्मचारी की लापरवाही का नतीजा है। मेरा मांग सिंचाई विभाग के ईई और एसडीओ को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाए। मृतक परिवार के परिजनों को सरकार दस दस लाख रूपये का मुआवजा, नौकरी और तत्काल प्रभाव से पीड़ितों का पुनर्वास कराया जाए।

जिलाध्यक्ष केपी सिंह क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम पर हमला करते हुए कहा कि, यह दुर्भाग्य की बात है कि मंत्री पीड़ितों को चार चार हजार रूपये देकर उन्हें बेवकूफ बनाते है। क्या पीड़ितों के पास चार पांच हजार रूपये नहीं है? क्या नेताम के परिवार के साथ ऐसी घटना होती तो पांच हजार रूपये में मान जाते? बीजेपी सरकार संवेदनहीन हो गई है और राजनीति से हटकर यह मैं कहना चाहता हूं कि, कांग्रेस सरकार ही आदिवासी, हरिजन, दलित, शोषित अल्पसंख्यक और पीड़ित के साथ कंधे में कंधा मिलाकर हमेशा खड़ी है।

वहीं इस मामले में खैरवार समाज के अध्यक्ष अमित सिंह ने कहा कि, हमलोगों ने पीड़ित परिवारों के लिए पांच सूत्री मांगों को लेकर आज यहां चक्काजाम कर धरना प्रदर्शन किए है। हमारी मांगे है कि, बांध टूटने से जिन लोगों के घर क्षतिग्रस्त हुआ है। कल से तीन दिन के अंदर रहने के लिए मकान का निर्माण प्रारंभ करवाया जाए, हादसे में जिनके घर से छह लोगों की मौत हुई है उनके परिजनों को तत्काल नौकरी दी जाए और प्रशासन इसे प्राकृतिक आपदा बताकर चार से पांच लाख रूपये मुआवजा देकर पड़ला झाड़ रही है। हमारी मांग है कि, पीड़ितों को पचास लाख रूपये का मुआवजा दिया जाए।

उन्होंने कहा इस हादसे में जिनकी भी लापरवाही हो उन अधिकारियों पर प्राथमिकी दर्ज कर तत्काल कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज कर उन्हें निलंबित किया जाए।

बलरामपुर एसडीएम अभिषेक गुप्ता ने बताया कि, लुत्ती बांध में जो घटना हुई थी इसके संबंध में आज धरना प्रदर्शन हो रहा था। उनके द्वारा ज्ञापन सौंपा गया है। हमने ज्ञापन ले लिया है और इस संबंध में जो भी कार्रवाई संभव होगी हम करेंगे।

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हिन्दुस्थान समाचार / विष्णु पांडेय