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पश्चिमी सिंहभूम, 7 सितंबर (हि.स.)। कोल्हान छात्र संघर्ष समिति ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह स्पष्ट किया कि वे आगामी नाै सितंबर को प्रस्तावित मुंडा-मनकी की ओर से आहूत जन आक्रोश आंदोलन का समर्थन करेंगे। समिति ने कहा कि वर्तमान उपायुक्त की कार्यशैली से जनता में व्यापक असंतोष है।
इस मौके पर झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) युवा मोर्चा के जिला सचिव मंजीत हांसदा ने कहा कि उपायुक्त जिले के जनसेवक और प्रशासन के प्रमुख होते हैं। ऐसे में उनसे अपेक्षा की जाती है कि वे कोल्हान क्षेत्र की स्वशासन प्रणाली और पारंपरिक व्यवस्थाओं का सम्मान करें। लेकिन हाल ही में एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय में अस्थायी शिक्षकों की बहाली में हुई अनियमितताओं ने जनता का भरोसा तोड़ा है।
झामुमो जिला छात्र मोर्चा के जिलाध्यक्ष सनातन पिंगुवा ने कहा, मुंडा-मनकी व्यवस्था हमारी सांस्कृतिक पहचान और परंपरा की रीढ़ है। इसे खत्म करने की किसी भी साजिश को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि शिक्षक बहाली में कुछ खास लोगों को प्राथमिकता दी गई, जबकि कई योग्य उम्मीदवारों को जानबूझकर वंचित कर दिया गया।
पूर्व छात्र संघ सचिव पिपुन बारिक ने कहा, मुंडा-मनकी न केवल हमारी परंपरा का हिस्सा हैं, बल्कि ग्रामसभा की लोकतांत्रिक व्यवस्था में उनकी विशेष भूमिका है। उन्हें हटाना ग्रामसभा का अधिकार है, न कि जिला प्रशासन का।
प्रेस वार्ता में युवा कांग्रेस के प्रदेश महासचिव सुरेश सावैयां, मधुसूदन तीरिया, एल्बिन एक्का, दीपक नायक, शिव शंकर बेहरा, सामू पूर्ति सहित कई अन्य छात्र और युवा नेता मौजूद रहे।
छात्र समिति ने अपील की कि सभी समुदाय एकजुट होकर 9 सितंबर को होने वाले जन आक्रोश आंदोलन में हिस्सा लें और अपनी परंपरा, अधिकार और अस्मिता की रक्षा के लिए आगे आएं।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक