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भुवनेश्वर, 7 सितंबर (हि.स.)। उच्चतर माध्यमिक शिक्षा परिषद का 43वां स्थापना दिवस आज परिषद मुख्यालय में भव्य समारोह के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि स्कूल एवं जन शिक्षा मंत्री नित्यानंद गोंड ने कहा कि शिक्षा समृद्ध भारत की आधारशिला है। उन्होंने कहा कि शिक्षा व्यक्तित्व को संवारकर समाज को स्वस्थ और प्रगतिशील बनाने में मदद करती है। मंत्री ने 43 वर्षों से लगातार छात्रों के भविष्य को संवारने में सहयोग देने के लिए परिषद के कर्मचारियों को बधाई दी।
स्थापना दिवस के अवसर पर मंत्री और अन्य गणमान्य अतिथियों ने परिषद की स्मारिका ‘प्रज्ञान’ और एनएसएस वार्षिक रिपोर्ट का विमोचन किया। इसके बाद एसजीएफआई राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम के अंत में परिषद के कर्मचारियों द्वारा सामाजिक नाटक “गुरुदक्षिणा” का मंचन किया गया।
कार्यक्रम में स्कूल एवं जन शिक्षा विभाग के अतिरिक्त सचिव शुभश्री नंद, और श्रीकांत तराई, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से, मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। परिषद के अध्यक्ष मृणाल कान्ति दास ने स्वागत भाषण दिया, जबकि सचिव सुभ्राबाला बेहेरा ने कार्यक्रम का संचालन किया।
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र, विद्वान और परिषद कर्मचारी उपस्थित रहे, जो परिषद की चार दशकों से शिक्षा क्षेत्र में योगदान और समग्र विकास के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
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हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता महंतो