पलामू मुठभेड़ में घटना की जानकारी लेेने पहुंची चार सदस्यीय टीम
पलामू, 04 सितंबर (हि.स.) झारखंड के पलामू जिले में बुधवार रात पुलिस और उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद जांच करने के लिए पुलिस मुख्यालय की चार सदस्यीय टीम गुरुवार दोपहर 12 बजे माैके पर पहुंची। टीम का नेतृत्व केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआ
सलामी देते पुलिस अधिकारी


पलामू पहुंचे पुलिस के बड़े अधिकारी


पलामू, 04 सितंबर (हि.स.) झारखंड के पलामू जिले में बुधवार रात पुलिस और उग्रवादियों के बीच हुई मुठभेड़ के बाद जांच करने के लिए पुलिस मुख्यालय की चार सदस्यीय टीम गुरुवार दोपहर 12 बजे माैके पर पहुंची।

टीम का नेतृत्व केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के पुलिस महानिरीक्षक साकेत सिंह ने किया। उनके साथ आईजी अभियान माइकल राज, आईजी अनूप बिरथरे, एसपी (अभियान) अमित रेणु भी थे। सभी अधिकारियों ने मुठभेड़ में घायल जवान रोहित कुमार से एमएमसीएच में मुलाकात की। बाद में, सभी पुलिस अधिकारी पुलिस लाइन ग्राउंड में पहुंचकर बलिदान जवानों को सलामी दी।

इस मौके पर जिले की उपायुक्त समीरा एस., एसपी रिष्मा रमेशन, अभियान एएसपी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के अलावा अन्य पुलिस अधिकारी, सिविल प्रशासन के अधिकारी, विधायक आलोक चौरसिया, प्रथम महापौर अरुण शंकर, झामुमो जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिन्हा एवं अन्य मौजूद थे। उन्होंने शहीद जवानों के पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके बाद जवानों का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव हैदर नगर प्रखंड क्षेत्र के लिए रवाना किया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।

आईजी माइकल राज ने कहा कि झारखंड पुलिस जवानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देगी। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों को बड़े पैमाने पर जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारी पूरा प्रयास कर रहे हैं कि जो नक्सली और उग्रवादी इस क्षेत्र में बचे हैं, वो खुद को सरेंडर कर दें।

एक सवाल के जवाब में, आईजी माइकल राज ने कहा कि नक्सलियों और उग्रवादियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है, जिससे उनको अपना ठिकाना उजड़ने का डर सताने लगा है और इससे वे और अधिक उग्र हो गये हैं। उन्होंने कहा कि नक्सली शशिकांत और उसका दस्ता जल्द सरेंडर नहीं करता है तो कार्रवाई जारी रहेगी।

गौरतलब है कि, यह घटना उस वक्त हुई जब पुलिस टीम नक्सलियों के खिलाफ जिले के मनातू थाना क्षेत्र के केदल जंगल में बुधवार रात तलाशी अभियान चला रही थी, तभी देर रात करीब 12:30 बजे 10 लाख के इनामी प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी (टीएसपीसी) कमांडर शशिकांत के दस्ते ने उन गोलीबारी शुरू कर दी। उसी दौरान, पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की।

इस मुठभेड़ में पुलिस के दो जवान संतन मेहता और सुनील राम बलिदान हो गए। एक जवान रोहित कुमार घायल हो गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसमें कुछ नक्सलियों के घायल और मारे जाने की सूचना है लेकिन अभी उनका शव बरामद नहीं हुआ है। फिलहाल, इलाके की घेराबंदी करके तलाशी अभियान जारी है।

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हिन्दुस्थान समाचार / दिलीप कुमार