झांसी : अब महानगर में एकमात्र एकीकृत वितरण केन्द्र से होगा डाक का वितरण
6 अलग-अलग पिन कोड के स्थान पर लागू होगी एक डिजिटल पिनकोड की व्यवस्था डाकिए साइकिल से नहीं अब बाइक से करेंगे डाक का वितरण झांसी, 4 सितंबर (हि.स.)। अब झांसी महानगर में 6 नहीं महज एक एकीकृत वितरण केन्द्र से डाक का वितरण किया जाएगा। यही नहीं अब 6 पिन क
एकीकृत प्रणाली की जानकारी देते प्रवर डाक अधीक्षक


प्रधान डाकघर में एकीकृत वितरण प्रणाली का शुभारंभ करते प्रवर डाक अधीक्षक


6 अलग-अलग पिन कोड के स्थान पर लागू होगी एक डिजिटल पिनकोड की व्यवस्था

डाकिए साइकिल से नहीं अब बाइक से करेंगे डाक का वितरण

झांसी, 4 सितंबर (हि.स.)। अब झांसी महानगर में 6 नहीं महज एक एकीकृत वितरण केन्द्र से डाक का वितरण किया जाएगा। यही नहीं अब 6 पिन कोड के स्थान पर शहर का एक ही पिन कोड होगा। वहीं डाकिए अब डिजिटलीकरण के चलते साइकिल छोड़ बाइक से डाक का वितरण करेंगे। पिनकोड का डिजिटलीकरण किया गया है। ताकि ग्राहकों को कोई भी असुविधा न हो। यह जानकारी गुरुवार सुबह डाकघर के प्रवर अधीक्षक वरुण मिश्रा ने एकीकृत वितरण प्रणाली का शुभारंभ करते हुए मीडिया को दी।

उन्होंने बताया कि भारतीय डाक विभाग द्वारा अपने 19500 वितरण डाकघरों में से कुछ चुनिन्दा डाकघरों में एकीकृत वितरण केंद्र (IDC) की स्थापना की है। जिसमे झाँसी शहर भी शामिल है। एकीकृत वितरण केंद्र (IDC) झाँसी की स्थापना प्रधान डाकघर परिसर से शुरू हो गयी है। इस एकीकृत वितरण केंद्र झाँसी में झाँसी शहर में स्थित सभी 6 वितरण डाकघरों जिसमें प्रधान डाकघर झाँसी व झाँसी सिटी, सीपरी बाजार,भट्टागाँव, 33बी बटालियन पी.ए.सी., महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज उपडाकघरों के वितरण क्षेत्र को एकीकृत कर एक ही स्थान प्रधान डाकघर में स्थित एकीकृत वितरण केंद्र (IDC) से वितरण कार्य किया जायेंगा। इस व्यवस्था से झाँसी शहर के विस्तारित बाहय क्षेत्र के निवासियों को भी एकीकृत वितरण केंद्र से जोड़कर उनकी डाक सीधे वितरित की जाएगी, जिससे उनकी डाक पूर्व से अधिक सुगमता से वितरित होगी । एकीकृत वितरण केंद्र (IDC) से सम्बंधित सभी पोस्टमैन दो पहिया वाहन का प्रयोग कर डाक का वितरण करेंगे। यह भारतीय डाक विभाग द्वारा चलाए जा रहे डिजिटल परिवर्तन कार्यक्रम (IT 2.0) के अंतर्गत व्यवस्था की जा रही है, जिसके तहत डाकघरों का डिजिटलीकरण किया जा रहा है। एकीकृत वितरण केंद्र झाँसी की स्थापना से वितरण कार्य में कार्यकुशलता, पारदर्शिता एवं जवाबदेही बढ़ेगी एवं वितरण कार्य अलग होने से डाकघर काउंटर सेवओं पर अधिक ध्यान दे सकेगें। इससे आस पास के ग्रामीण क्षेत्रो की डाक भी उसी दिन वितरित हो जाएगी। इस एकीकृत वितरण केंद्र (IDC) झाँसी की नई पहल से झाँसी व आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों को बेहतर डाक सेवाओं का लाभ मिलेगा और भारतीय डाक की विश्वसनीय छवि और अधिक सशक्त होगी।

रजिस्ट्री ओटीपी के बाद ही मिलेगी

डाक विभाग अब पारदर्शिता का भी पूरा ध्यान रखने वाला है। बुकिंग के समय यदि ग्राहक चाहे तो वह ओटीपी व्यवस्था भी लागू करा सकता है। रजिस्ट्री प्राप्त करने वाले को अपने मोबाइल फोन पर आये ओटीपी बताने के बाद ही प्राप्त हो सकेगा। यहीं नहीं पूरे महानगर में डिजिटल पिनकोड की व्यवस्था भी लागू की जा रही है।

हिन्दुस्थान समाचार / महेश पटैरिया