सजा पुनरीक्षण परिषद की मंजूरी के बाद जेल से 10 कैदी रिहा
पूर्वी सिंहभूम, 3 सितंबर (हि.स.)। झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण परिषद की मंजूरी के बाद जमशेदपुर की घाघीडीह केंद्रीय कारा और साकची उपकारा से कुल 10 बंदियों बुधवार को रिहा किया गया। इनमें घाघीडीह जेल से आठ और साकची जेल से दो कैदी शामिल हैं। सभी सजायाफ्त
प्रतिकात्मक फोटो


पूर्वी सिंहभूम, 3 सितंबर (हि.स.)। झारखंड राज्य सजा पुनरीक्षण परिषद की मंजूरी के बाद जमशेदपुर की घाघीडीह केंद्रीय कारा और साकची उपकारा से कुल 10 बंदियों बुधवार को रिहा किया गया। इनमें घाघीडीह जेल से आठ और साकची जेल से दो कैदी शामिल हैं। सभी सजायाफ्ता थे और हत्या सहित गंभीर मामलों में सजा काट रहे थे।

घाघीडीह जेल से जिन कैदियों को रिहाई मिली, उनमें पश्चिम सिंहभूम जिले के मोंगरा गांव निवासी संग्राम सिंकू (60), जमशेदपुर के बहरागोड़ा के मटिहाना गांव निवासी कोंका बेरा (61), डुमरिया थाना क्षेत्र के माहलीसाई निवासी तोगो सामड (59), टोंटो के पुरनापानी गांव निवासी सनातन सुंडी (47) और चाकुलिया के बनकाटी निवासी सुनील हांसदा (52) शामिल हैं। इसके साथ ही बामेबासा निवासी सुनील बारी, मोंगरा के बिनोद सिंकू, झींकपानी के भुइयासाई निवासी जुंबल नायक (46) और चक्रधरपुर के गुड़ासाई साहेब जामुदा (44) को भी जेल से बाहर जाने का अवसर मिला।

वहीं, साकची उपकारा से जमशेदपुर के पत्थल गांव मिथुन कुमार (38) को रिहा किया गया, जो घाटशिला थाना क्षेत्र में दर्ज हत्या मामले में सजा काट रहे थे।

जेल अधीक्षक अजय कुमार प्रजापति और जेलर बबलू गोप ने सभी कैदियों को माला पहनाकर विदाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। अधिकारियों ने कहा कि रिहा बंदियों को समाज में लौटकर बेहतर इंसान बनने का प्रयास करना चाहिए।

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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक