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जम्मू, 3 सितंबर (हि.स.)। लगातार बारिश और बाढ़ से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के लिए आज यहाँ कांग्रेस मुख्यालय जम्मू में जिला कांग्रेस कमेटी जम्मू शहरी की एक आपात बैठक आयोजित की गई। यह बैठक जिला कांग्रेस कमेटी जम्मू शहरी के अध्यक्ष मनमोहन सिंह द्वारा बुलाई गई और इसकी अध्यक्षता प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष रमन भल्ला ने की। इसमें कई वरिष्ठ नेताओं और बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारियों ने भाग लिया।
स्थिति का जायजा लेते हुए नेताओं ने जम्मू प्रांत के अधिकांश हिस्सों में अभूतपूर्व बारिश और अचानक आई बाढ़ के कारण बड़ी संख्या में लोगों के प्रभावित होने, भारी भूस्खलन के कारण वाहनों की आवाजाही बाधित होने, सामान्य जनजीवन प्रभावित होने और निजी व सार्वजनिक संपत्ति को भारी नुकसान होने पर गहरी चिंता व्यक्त की।
बैठक में गृह मंत्री अमित शाह के जम्मू दौरे के बाद भी केंद्र सरकार द्वारा बड़े राहत पैकेज की घोषणा न करने पर कड़ी आपत्ति जताई गई क्योंकि स्थिति से सबसे अधिक प्रभावित जम्मू में श्री वैष्णो देवी तीर्थयात्रियों और श्री मचैल माता सहित कई लोगों की जान चली गई।
बैठक में मौसम की स्थिति के बारे में स्पष्ट चेतावनियों और सरकारी सलाह के बावजूद यात्रा के संबंध में अग्रिम निर्णय लेने में अधिकारियों की विफलता की कड़ी आलोचना की गई। सरकार और अधिकारियों ने लोगों को अलर्ट और चेतावनियाँ जारी कीं लेकिन खुद उनका पालन नहीं किया जिससे लोगों को दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति का सामना करना पड़ा।
कांग्रेस नेताओं ने उच्च न्यायालय के किसी वर्तमान या सेवानिवृत्त न्यायाधीश द्वारा स्वतंत्र, निष्पक्ष और स्वतंत्र जाँच की आम जनता की माँग की लगातार अनदेखी पर भी कड़ी आपत्ति जताई ताकि ज़िम्मेदारी तय की जा सके और आगे के दिशानिर्देश सुझाए जा सकें। सभा को संबोधित करते हुए रमन भल्ला ने भारत सरकार से वर्तमान स्थिति से प्रभावित प्रत्येक वर्ग के लिए तुरंत एक विशाल राहत और पुनर्वास पैकेज की घोषणा करने का अनुरोध किया और जम्मू-कश्मीर, पंजाब आदि की सबसे बुरी तरह प्रभावित आबादी के लिए सरकार से विशाल राहत पैकेज की अपील करने के लिए विपक्ष के नेता राहुल गांधी की सराहना की।
उन्होंने 209 करोड़ रुपये के राहत पैकेज को एक सामान्य हिस्सा बताते हुए उन्होंने कहा कि यह सबसे ज़्यादा नुकसान की भरपाई के लिए काफ़ी अपर्याप्त और नाकाफ़ी है। उन्होंने प्रशासन पर विस्थापित लोगों को पका हुआ पैकेटबंद भोजन उपलब्ध कराने और प्रभावित लोगों को छह महीने तक मुफ़्त राशन सामग्री जारी करने का भी दबाव डाला।
राहत, पुनर्वास और पुनर्स्थापन उपायों को अपर्याप्त बताते हुए उन्होंने इसे पहले से ही अनुमानित अभूतपूर्व बारिश और बाढ़ की स्थिति के प्रति प्रशासन और केंद्र सरकार की अधूरी तैयारी और उदासीनता बताया। बैठक में इस स्थिति में और लोगों की हुई जानमाल के नुकसान पर शोक व्यक्त करने के लिए दो मिनट का मौन भी रखा गया। बाद में रमन भल्ला ने जम्मू के आज़ादनगर इलाके का दौरा किया और उन प्रभावित परिवारों से मिले जिनके दो घर ढह गए थे और स्थिति का जायजा लिया।
हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह