ऑनलाइन कस्टमर केयर नंबर सर्च करने में बरतें सावधानी, फर्जी हेल्पलाइन नंबर के जरिए हो रही बैंक खातों से ठगी
फतेहाबाद, 3 सितंबर (हि.स.)। पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने जिले के नागरिकों को आगाह करते हुए कहा है कि इन दिनों इंटरनेट पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करने के नाम पर साइबर अपराधियों द्वारा ठगी की घटनाएं तेज़ी से बढ़ रही हैं। फतेहाबाद पुलिस को इस प्रकार की क
फतेहाबाद। साइबर थाना।


फतेहाबाद, 3 सितंबर (हि.स.)। पुलिस अधीक्षक सिद्धांत जैन ने जिले के नागरिकों को आगाह करते हुए कहा है कि इन दिनों इंटरनेट पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करने के नाम पर साइबर अपराधियों द्वारा ठगी की घटनाएं तेज़ी से बढ़ रही हैं। फतेहाबाद पुलिस को इस प्रकार की कई शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें यह देखा गया है कि नागरिक जब किसी बैंक, ई-कॉमर्स वेबसाइट, एयरलाइंस, मोबाइल नेटवर्क या अन्य सेवा प्रदाता का कस्टमर केयर नंबर गूगल या अन्य सर्च इंजन पर खोजते हैं, तो वे फर्जी वेबसाइट्स या नकली हेल्पलाइन नंबरों के झांसे में आ जाते हैं।

साइबर अपराधी सर्च इंजन पर गलत नंबर और वेबसाइटें अपलोड कर देते हैं, जिससे नागरिक भ्रमित होकर उन्हीं नंबरों पर कॉल कर लेते हैं। इसके बाद ये ठग खुद को संबंधित कंपनी का प्रतिनिधि बताकर लोगों से खाता संख्या, कार्ड डिटेल, ओटीपी, सीवीवी, पासवर्ड और एटीएम पिन जैसी गोपनीय जानकारी मांगते हैं। कई मामलों में वे समस्या हल करने के बहाने मोबाइल या कंप्यूटर में रिमोट एक्सेस ऐप जैसे ऐनीडेस्ट, टीम व्यूअर आदि डाउनलोड करवा लेते हैं। इस तरह वे डिवाइस पर नियंत्रण प्राप्त कर पीड़ित के बैंक खातों से बड़ी राशि की ठगी कर लेते हैं।

बुधवार को पुलिस विभाग द्वारा जारी एडवाइजरी में नागरिकों से सतर्कता बरतने की अपील की गई है। सर्च इंजन पर दिखने वाले किसी भी कस्टमर केयर नंबर पर आँख मूंदकर विश्वास न करें। सहायता की आवश्यकता हो तो केवल कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट या मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से ही संपर्क नंबर प्राप्त करें। किसी भी अनजान व्यक्ति से बैंकिंग से जुड़ी जानकारी साझा न करें। कोई भी अनजान लिंक न खोलें और रिमोट एक्सेस ऐप डाउनलोड करने से बचें। फर्जी कॉल्स या वेबसाइट की जानकारी तुरंत पुलिस या साइबर हेल्पलाइन को दें। एसपी ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति साइबर ठगी का शिकार हो जाए, तो वह तत्काल साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें, या पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करें। इसके अतिरिक्त, निकटतम पुलिस थाना जाकर भी रिपोर्ट दर्ज करवाई जा सकती है।

हिन्दुस्थान समाचार / अर्जुन जग्गा