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खूंटी, 2 सितंबर (हि.स.)। रेफरल अस्पताल में मंगलवार को ग्रामीण स्वास्थ्य और पोषण परियोजना के तहत सिनी संस्था के तत्वावधान में एएनएम के लिए एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य गर्भावस्था के दौरान उच्च जोखिम कारकों की पहचान कर मातृ और शिशु मृत्यु दर को कम करना है। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बीडीओ नवीन चंद्र झा मौजूद थे। मौके पर संस्था के राजेश मिश्रा ने बताया कि गर्भवती महिलाओं में उच्च जोखिम कारकों की समय पर पहचान और विशेष देखरेख आवश्यक है। उन्होंने बताया कि 12 सप्ताह के अंदर गर्भावस्था की पहचान कर पंजीकरण सुनिश्चित करना और प्रसवपूर्व जांच कराना जरूरी है। इसके साथ ही संतुलित आहार, साफ-सफाई और समय-समय पर स्वास्थ्य जांच की महत्ता पर जोर दिया गया।
कार्यशाला में उपस्थित एएनएम को गर्भवती महिलाओं की निगरानी कर जोखिम की स्थिति में तत्काल आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी गई। रेफरल अस्पताल से बीएएम, बीपीएम, लैब तकनीशियन, एएनएम के साथ-साथ संस्था के सुरजीत दत्ता, राजेश मिश्रा, आश्रय एक्का, रोहित राज, संदीप भेंगरा, प्रमिला कुमारी, बिनीता कुमारी, लीलावती कुमारी, नवमी कुमारी, मिनी कुमारी, नेहा कुमारी और रेनू देवी उपस्थित थे।
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हिन्दुस्थान समाचार / अनिल मिश्रा