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नवादा,2 सितंबर (हि.स.)। वर्षों से लंबित मांग आखिरकार मंगलवार को पूरी हुई। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नवादा इकाई के लंबे संघर्ष, निरंतर आंदोलन और आमरण अनशन ने वह कर दिखाया जिसे असंभव कहा जा रहा था। मंगलवार को मगध विश्वविद्यालय के कुल सचिव नवादा पहुंचकर अखिल भारतीय विद्यार्थी प्रसाद के भूख हड़ताल कर रहे छात्रों से मिलकर कन्हाई लाल साहू कॉलेज नवादा तथा त्रिवेणी सत्यभामा कॉलेज हिसुआ में इसी सत्र से स्नातकोत्तर की पढ़ाई शुरू करने का लिखित आश्वासन के बाद भूख हड़ताल खत्म कर दी गई । विश्वविद्यालय प्रशासन ने लिखित रूप से आश्वासन दिया कि दोनों कालेजों में इसी शैक्षणिक सत्र से स्नातकोत्तर (PG) की पढ़ाई शुरू होगी।
अनशन स्थल पर पहुंचे कुलसचिव ने स्वयं यह आश्वासन पत्र अभाविप कार्यकर्ताओं को सौंपकर कहा कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं ने संघर्ष की इस लड़ाई को जीत में बदल दिया है। मैं इसका पूरा श्रेय अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सभी कार्यकर्ताओं को देता हूं।
अभाविप के जुझारू कार्यकर्ता रवि कुमार ,रौशन कुमार एवं शिवनारायण ने कहा हमने यह लड़ाई केवल सीटों के लिए नहीं, बल्कि हर छात्र के शिक्षा के अधिकार के लिए लड़ी है, यह विजय संदेश है कि अन्याय चाहे कितना भी बड़ा क्यों न हो, यदि संघर्ष ईमानदार हो तो सफलता अवश्य मिलती है।
अभाविप के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रौशन कुमार ने इसे नवादा की शिक्षा व्यवस्था के लिए मील का पत्थर बताते हुए कहा,यह सिर्फ एक पत्र नहीं, बल्कि हजारों छात्रों के सपनों को पंख देने वाला फैसला है। यह जीत उन सभी की है जिन्होंने इस आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
जिला संयोजक धिरज ने कहा कि आज का यह निर्णय न केवल छात्रों के लिए राहत की सांस लाया, बल्कि नवादा की शैक्षणिक धरती पर एक नए स्वर्णिम अध्याय की शुरुआत भी कर गया।
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हिन्दुस्थान समाचार / संजय कुमार सुमन