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जम्मू, 2 सितंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकारिणी सदस्य रमन सूरी ने आज सरकार से कटरा और जम्मू में गंभीर जलभराव की समस्या के समाधान के लिए त्वरित कार्रवाई करने का आग्रह किया और बीमारियों के लिए रुके हुए पानी के कारण महामारी फैलने के उच्च जोखिम की चेतावनी दी। हालाँकि प्रशासन द्वारा संभावित भूस्खलन से बचने के लिए एहतियाती उपाय के रूप में होटलों और धर्मशालाओं को खाली कराने का निर्णय तीर्थयात्रियों के व्यापक हित में था लेकिन यह सुनिश्चित करते हुए तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और कल्याण के बीच संतुलन बनाने की आवश्यकता है कि रेल सेवा बहाल होने के बाद तीर्थयात्रियों के घर लौटने की योजना बनाने तक वैकल्पिक आवास उपलब्ध कराए जाएँ।
श्री माता वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर भूस्खलन से हुई हालिया दुखद मौतों के मद्देनजर, जारी भारी बारिश के बीच सड़कों के टूटने के मंडराते खतरे को देखते हुए, जन सुरक्षा को सर्वाेच्च प्राथमिकता देते हुए होटलों और धर्मशालाओं को खाली कराने का आदेश जारी किया गया है। सूरी ने कहा कि प्रशासन द्वारा उठाए गए सक्रिय कदम जैसे स्कूल बंद करना और भूस्खलन के बारे में समय पर चेतावनी जारी करना अच्छे हैं और अनगिनत लोगों की जान बचा सकते हैं।
हालांकि हम इसके व्यापक प्रभावों को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते। कटरा यात्रा का एक महत्वपूर्ण आधार शिविर है जहाँ माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए सालाना एक करोड़ से ज़्यादा श्रद्धालु आते हैं। हज़ारों लोग आमतौर पर इन होटलों और धर्मशालाओं में ठहरते हैं इसलिए जलभराव की समस्या से निपटने में किसी भी तरह की देरी से महामारी का भयावह प्रसार हो सकता है। इसके अलावा अगर यात्रियों को होटल खाली करने के लिए कहा गया है तो रेल सेवा बहाल होने तक उनके ठहरने के लिए कुछ वैकल्पिक व्यवस्थाएँ की जानी चाहिए।
सूरी ने बाढ़ नियंत्रण उपायों को बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता पर ज़ोर दिया और बताया कि पिछले कुछ हफ़्तों में हुई भारी बारिश ने राज्य भर में कई लोगों की जान ले ली है और असमय लिए गए फ़ैसलों के कारण रोके जा सकने वाले नुकसान के आरोप भी सामने आ रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि जम्मू के इलाकों में जलभराव सिर्फ़ एक अस्थायी असुविधा नहीं है यह मलेरिया और हैज़ा, डेंगू और टाइफाइड जैसी अन्य जल जनित बीमारियों का प्रजनन स्थल है।
सरकार को इन बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए जल निकासी व्यवस्था में सुधार, मच्छर नियंत्रण कार्यक्रमों और स्वच्छता अभियानों के लिए तत्काल संसाधन तैनात करने चाहिए। हम कुछ दिन पहले हुए भूस्खलन के बाद खासकर भारी बारिश की चेतावनियों की अनदेखी करने के आरोपों के बाद यात्रा रोकने में श्राइन बोर्ड की सावधानी की सराहना करते हैं। लेकिन चूँकि यात्रा फिलहाल स्थगित है और कटरा में केवल कुछ ही श्रद्धालु बचे हैं इसलिए मौसम में सुधार के साथ यात्रा फिर से शुरू होने से पहले बाढ़ सुरक्षा व्यवस्था को मज़बूत करने का यह सही समय है।
भाजपा नेता ने ज़ोर देकर कहा कि आपदाओं में निर्दाेष लोगों की जान जाने से बचाने के लिए जोखिम भरे इलाकों को खाली कराना ज़रूरी है लेकिन सरकार को तीर्थयात्रियों की भविष्य की ज़रूरतों के लिए भी योजना बनानी चाहिए। सूरी ने आगे कहा कि तत्काल सुरक्षा के लिए होटल खाली करना सही फैसला था लेकिन उन श्रद्धालुओं का क्या जो वापस लौटेंगे? यात्रा की निरंतरता और तीर्थयात्रा पर निर्भर स्थानीय समुदायों की आर्थिक आजीविका सुनिश्चित करने के लिए वैकल्पिक सुरक्षित आवास, शायद ऊँचाई वाले या सुदृढ़ क्षेत्रों में बिना किसी देरी के व्यवस्थित किए जाने चाहिए।
रमन सूरी ने प्रशासन से स्थानीय अधिकारियों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ मिलकर एक व्यापक रणनीति लागू करने का आह्वान किया जिसमें जल निकायों की नियमित निगरानी, निवारक दवाओं का वितरण और स्वच्छता संबंधी प्रथाओं पर जन जागरूकता अभियान शामिल हैं। उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि प्रकृति के प्रकोप के कारण पहले ही कई जानें जा चुकी हैं हम रोके जा सकने वाली महामारियों से और अधिक जानें नहीं गँवा सकते। सरकार को निवासियों और इस पवित्र स्थल पर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं दोनों की सुरक्षा के लिए बाढ़ नियंत्रण और रोग निवारण को प्राथमिकता देनी चाहिए।
हिन्दुस्थान समाचार / अमरीक सिंह