Enter your Email Address to subscribe to our newsletters
भुवनेश्वर, 9 अगस्त (हि.स.)। वर्ष 2036 में ओडिशा भाषा आधारित राज्य के रूप में स्वतंत्र प्रदेश गठन का 100 वर्ष पूर्ण करेगा। वर्ष 2047 में देश स्वतंत्रता की शताब्दी मनाएगा। इस अवसर पर ब्राह्मपुर विश्वविद्यालय केवल डिग्री और सर्टिफिकेट प्रदान करने तक सीमित न रहकर अनुसंधान के माध्यम से नवसृजन की कल्पना करना चाहिए। शनिवार को ब्राह्मपुर विश्वविद्यालय के 26वें दीक्षांत समारोह में भाग लेते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने यह बात कही ।
उन्होने कहा कि आज पवित्र रक्षाबंधन पूर्णिमा भी है। कला, संस्कृति, विरासत और पर्यटन के केंद्रस्थल गंजाम जिले को जनजाति समुदायों की मूल भूमि माना जाता है। वीर चक्र से सम्मानित कवि सम्राट उपेंद्र भंज, कविसूर्य बलदेव रथ और विश्वनाथ दास जैसे महान पुरुष इसी धरती पर जन्मे और गंजाम की मिट्टी को पावन किया है। ओड़िशा की भाषा आंदोलन, साहित्य आंदोलन के साथ-साथ श्रमजीवी क्षेत्र में नए मापदंड स्थापित करने में गंजाम की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। जिले के मेहनती लोगों के हाथों गुजरात के सूरत सहित हमारे राज्य और देश की अर्थव्यवस्था मजबूत हुई है। इसलिए यहां के लोगों को बाहर नहीं भेजना चाहिए, बल्कि उनके लिए रोजगार व्यवस्था करने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। यदि ओड़िया युवाओं को अवसर दिए जाएं तो वे हर काम को सफलतापूर्वक कर सकते हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कहा कि ब्रह्मपुर विश्वविद्यालय में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ आधार को मजबूत करने के लिए डबल इंजन सरकार ने पीएम उषा योजना के तहत 100 करोड़ रुपये और राज्य बजट से 75 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। सभी योजनाओं को मिलाकर लगभग 200 करोड़ रुपये इस विश्वविद्यालय को दिए गए हैं, जो खुशी की बात है।
उन्होंने बताया कि देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू हो चुकी है और इस नीति के कार्यान्वयन को 5 वर्ष पूरे हो गए हैं। ब्रह्मपुर और इसके आसपास के क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा संस्थान मौजूद हैं, जैसे आईजर ब्रह्मपुर, एमकेसीजी मेडिकल कॉलेज, खल्लीकोट एकेडमिक विश्वविद्यालय, कॉलेज ऑफ आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स, खल्लीकोट, आर्मी डिफेंस कॉलेज, कॉलेज ऑफ फिशरीज आदि।
यहाँ दुर्लभ मिट्टी का खनिज पदार्थ और गोपालपुर जैसे बंदरगाह भी हैं। साथ ही पर्यटन के अपार संभावनाएं भी मौजूद हैं। इस क्षेत्र की संभावनाओं को आधार बनाकर ब्रह्मपुर को नई एज इकॉनॉमी या नए युग की अर्थव्यवस्था बनाने का श्री प्रधान ने आह्वान किया है।
उन्होंने कहा कि यह प्रयास विकसित गंजाम और विकसित ओडिशा के सपने को पूरा करने तथा ब्रह्मपुर को आर्थिक और ज्ञान का केंद्र बनाने की दिशा में सहयोगी सिद्ध होगा।
केंद्रीय मंत्री श्री प्रधान ने इस अवसर पर ब्रह्मपुर विश्वविद्यालय के शैक्षणिक भवन-1 का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री उच्चतर शिक्षा अभियान योजना के अंतर्गत बहुमुखी शिक्षा और शोध विश्वविद्यालय के कई परियोजना समूहों जैसे शोधक और शोधिका छात्रावास, स्नातकोत्तर छात्रावास एवं छात्रा निवास, दक्षिण ओड़िशा सांस्कृतिक संग्रहालय के लिए बहुउद्देश्यीय केंद्र, केंद्रीय कंप्यूटर परीक्षा केंद्र, नया सामाजिक विज्ञान एवं मानसिक विषय समूह शैक्षणिक भवन और नया विज्ञान शैक्षणिक भवन का भूमि-पूजन भी किया। ये सभी परियोजनाएं संस्थान के छात्र-छात्राओं की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ विश्वविद्यालय की पहचान को और भी मजबूत करने में सहायक होंगी।
इस दीक्षांत समारोह कार्यक्रम में ओड़िशा के उच्च शिक्षा मंत्री सूर्यवंशी सूरज, ब्रह्मपुर सांसद प्रदीप कुमार पाणिग्राही, आस्का सांसद अनीता शुभदर्शिनी और क्षेत्र के विधायकों सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित थे।
---------------
हिन्दुस्थान समाचार / सुनीता महंतो