रामलला के लिए मां शांता द्वारा भेजा गया रक्षासूत्र समर्पित
कारसेवक पुरम में सभी सामग्रियों को तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय को सौंपा गया, श्रद्धालुओं ने किया दर्शन रक्षाबंधन के पर्व पर यह रक्षासूत्र रामलला को होगा समर्पित, रक्षासूत्र यात्रा का जगह-जगह हुआ स्वागत अयोध्या, 8 अगस्त (हि.स.)। रक्षाबंधन के पर्व
राखियों,उपहारों को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महासचिव चंपतराय


कारसेवक पुरम में सभी सामग्रियों को तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपतराय को सौंपा गया, श्रद्धालुओं ने किया दर्शन

रक्षाबंधन के पर्व पर यह रक्षासूत्र रामलला को होगा समर्पित, रक्षासूत्र यात्रा का जगह-जगह हुआ स्वागत

अयोध्या, 8 अगस्त (हि.स.)। रक्षाबंधन के पर्व पर शनिवार को राम मंदिर में विराजमान रामलला व उनके अनुजों के साथ राजा राम व माता सीता समेत राम दरबार में मौजूद भाईयों एवं हनुमान जी को रक्षासूत्र बांधा जाएगा। रामलला की श्रृंगार आरती के पहले पुजारी गण के द्वारा रामलला की कलाई पर रंग-बिरंगे रेशमी धागे से निर्मित राखियां सुशोभित होंगी। यह राखियां शुक्रवार को मां शांता की ओर से भेजी गयी हैं, जिन्हें रथयात्रा के माध्यम से श्रृंगीऋषि बाबा महोत्सव सेवा संस्थान के पदाधिकारी व श्रद्धालु गण यहां लेकर आए। बाजे-गाजे से राखियों के साथ फल, मेवा-मिष्ठान व उपहारों के साथ यहां पहुंचे।

कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच रथयात्रा के साथ कारसेवक पुरम पहुंचे सेवा संस्थान के पदाधिकारियों व महिला श्रद्धालुओं ने राखियों के अलावा समस्त उपहारों को श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट महासचिव चंपतराय के सुपुर्द किया। इस दौरान तीर्थ क्षेत्र महासचिव ने सभी को आश्वस्त किया कि उनकी भावनाओं का सम्मान करते हुए सभी सामग्रियां यथोचित स्थान पर पहुंच जाएंगी। उन्होंने कहा कि धर्म-संस्कृति व परम्पराओं का संरक्षण भावी पीढ़ी के लिए जरूरी है जो समाज की निरन्तरता को प्रदर्शित करती है और सभी को एकता के सूत्र में पिरोए रखने की प्रेरणा देती है। समाज में सब एक-दूसरे के पूरक हैं इसलिए सबका साथ -सबका विकास की भावना से हम सबको आगे बढ़ते रहना होगा।

राम-जानकी मंदिर महंत हेमंत दास ने कहा कि रामलला के लिए परम्परागत रूप से राखियां भेजी जाती रही है। उसी परम्परा के निर्वहन में सभी यहां आए हैं। संस्थान अध्यक्ष सुभाष सिंह ने बताया कि यात्रा के मार्ग में श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा से स्वागत किया।

इस दौरान श्रृंगी ऋषि आश्रम के पुजारी महेंद्र गोस्वामी, संस्थान के संरक्षक उदयभान गुप्ता, प्रबंधक राममूर्ति सिंह, ध्रुव गुप्ता, देवेंद्र सिंह, शमशेर, मधुबन सिंह, नंदराज यादव, रघुवीर सिंह, सुजीत कुमार तिवारी, तिलक राम यादव, अंकित प्रिशु सिंह, मनीष सिंह, डंपी सिंह, विकास सिंह, विवेक सिंह व अनुराग सिंह के अलावा अंजलि सिंह, शशि प्रभा सिंह, नेहा तिवारी, शबनम परवीन व प्रेमलता सिंह सहित अन्य शामिल रहे।

हिन्दुस्थान समाचार / पवन पाण्डेय