धराली-हर्षिल में चिकित्सा के साथ काउंसलिंग भी कर रही है स्वास्थ्य की टीम, मातली में अब तक 70 से अधिक घायलों का किया गया उपचार
- नाै घायल उत्तरकाशी जिला अस्पताल में भर्ती, पांच काे एम्स व मलेट्री हॉस्पिटल भेजा - पीड़िताें काे त्वरित और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा रही हैं: स्वास्थ्य सचिव देहरादून, 7 अगस्त (हि.स.)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में आई
मेडिकल टीम उपचार करती।


मेडिकल टीम उपचार करती।


- नाै घायल उत्तरकाशी जिला अस्पताल में भर्ती, पांच काे एम्स व मलेट्री हॉस्पिटल भेजा

- पीड़िताें काे त्वरित और प्रभावी स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाई जा रही हैं: स्वास्थ्य सचिव

देहरादून, 7 अगस्त (हि.स.)। उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में आई प्राकृतिक आपदा के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम घायलों की चिकित्सा सेवाउपलब्ध करा रही है। मातली में अब तक 70 से अधिक घायलों का उपचार किया गया है, जबकि नाै घायलाें काे उत्तरकाशी जिला अस्पताल में भर्ती करायागया है। जबकि पांच गंभीर लाेगाें काे एम्स ऋषिकेश व मलेट्री हॉस्पिटल में रेफर किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार स्वयं पूरे अभियान की निगरानी कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के स्पष्ट और प्राथमिकता वाले निर्देशों के तहत, स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार स्वयं पूरे अभियान की निगरानी कर रहे हैं। वे लगातार स्वास्थ्य विभाग की टीमों से सीधा संवाद बनाकर हर स्थिति पर व्यक्तिगत रूप से नजर रखे हुए हैं। स्वास्थ्य सचिव डॉ. कुमार ने गुरुवार काे बताया कि 16 सदस्यीय विशेष चिकित्सा टीम धराली-हर्षिल में तैनात किया गया है। इनमें से नाै सदस्यीय चिकित्सा टीम विशेष हेलीकॉप्टर से भेजी गई है। यह टीम स्थानीय प्रशासन के समन्वय से मौके पर ही चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध करा रही है।

इसके अलावा अपर निदेशक चिकित्सा शिक्षा एवं सीएमएस दून अस्पताल डॉ. आरएस बिष्ट के नेतृत्व में एक अलग 12 सदस्यीय मेडिकल टीम ने मातली में मोर्चा संभाला है। टीम में 7 डॉक्टर और 5 पैरामेडिकल स्टाफ शामिल हैं। डॉ. बिष्ट ने बताया कि अब तक 70 से अधिक घायलों को इलाज उपलब्ध कराया जा चुका है, जिनमें से अधिकांश को एयरलिफ्ट कर मातली लाया गया है। आज किसी भी मरीज को रेफर करने की आवश्यकता नहीं पड़ी है।

हेलीकाॅप्टर से भेजी जा रही हैं अतिरिक्त मेडिकल टीमें

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में आवश्यकतानुसार टीमें भेजने के लिए अतिरिक्त मेडिकल टीमें पूरी तरह तैयार हैं। हेलीसेवा के माध्यम से इन टीमों को तत्काल प्रभावित क्षेत्रों में भेजा जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग यह सुनिश्चित कर रहा है कि किसी भी व्यक्ति को उपचार से वंचित न रहना पड़े। विभाग हर ज़रूरतमंद तक चिकित्सा सेवा पहुंचाने के लिए चौबीसों घंटे सक्रिय है। वर्तमान में उत्तरकाशी जिला अस्पताल में नाै घायल मरीजों का इलाज चल रहा है, जिनकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है। जबकि तीन गंभीर रूप से घायल व्यक्तियों को एम्स ऋषिकेश रैफर किया गया है, दाे घायलों को आर्मी हॉस्पिटल रैफर किया गया। जहां विशेषज्ञ डॉक्टरों की निगरानी में उनका समुचित उपचार जारी है।

मनोचिकित्सकीय सहायता भी जारीस्वास्थ्य विभाग की टीमें तेजी से ग्राउंडज़ीरो पर प्राथमिक चिकित्सा, आपात उपचार और राहत सेवाएं दे रही हैं। विशेष रूप से, प्रभावित लोगों को मानसिक आघात से उबारने के लिए मनोचिकित्सकों की टीमें भी मौके पर तैनात की गई हैं, जो निरंतर काउंसलिंग के जरिए मानसिक सहयोग कर रही हैं। राज्य सरकार का यह प्रयास दर्शाता है कि आपदा की इस घड़ी में हर नागरिक की सुरक्षा और स्वास्थ्य सर्वोच्च प्राथमिकता है।

हर ज़रूरतमंद का होगा उपचार

स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग हर आपात स्थिति में संवेदनशीलता, तत्परता और समर्पण के साथ कार्य कर रहे हैं। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी नागरिक चिकित्सा सुविधा से वंचित न रह जाए।

हिन्दुस्थान समाचार / राजेश कुमार