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पूर्वी सिंहभूम, 7 अगस्त (हि.स.)।आदिवासी छात्र एकता (केन्द्रीय कमिटी) की ओर से आगामी 9 अगस्त को विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित रीगल मैदान में किया जाएगा। इस आयोजन की जानकारी एक संवाददाता सम्मेलन के माध्यम से गुरुवार को दी गई, जो निर्मल गेस्ट हाउस, जमशेदपुर में आयोजित किया गया था। संगठन ने घोषणा की है कि इस वर्ष कार्यक्रम सादगीपूर्ण ढंग से संपन्न होगा।
आदिवासी छात्र एकता वर्ष 2007 से लगातार विश्व आदिवासी दिवस का आयोजन करती आ रही है और इस वर्ष भी उसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए आयोजन सुनिश्चित किया गया है। कार्यक्रम की शुरुआत दिशोम गुरु शिबू सोरेन को श्रद्धांजलि अर्पित कर की जाएगी। इस अवसर पर आदिवासी छात्र एकता के एक पदाधिकारी को पहला वक्ता बनाया जाएगा, जो दिशोम गुरु के संघर्षों, आंदोलनों और उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालेंगे।
कार्यक्रम के दौरान झारखंड के शिक्षा मंत्री रामदास सोरेन के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना भी की जाएगी। आयोजन में समाज के अनेक बुद्धिजीवी वक्ता और छात्र शामिल होंगे, जो आदिवासी समाज से जुड़े विभिन्न गंभीर मुद्दों पर अपने विचार रखेंगे। इन विषयों में सरना धर्म कोड, पेशा कानून, राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, भूमि अधिग्रहण अधिनियम 2013, लैण्ड बैंक नीति, सीएनटी और एसपीटी एक्ट तथा विल्किंसन नियम जैसे विषय शामिल हैं।
संवाददाता सम्मेलन में इन्द्र हेम्ब्रम, हेमेन्द्र हाँसदा, हरिमोहन टुडु, नन्दलाल सरदार, राज बाँकिरा, गुरुचरण सोरेन, चन्द्राय मार्डी, प्रभाकर हाँसदा, फागु हाँसदा, स्वपन सरदार, सकला मार्डी, गाँधी माहली, मिठुन मुर्मू, रायसेन टुडु, देवा सिंह, दुलाल हांसदा, खदाय मांझी और रामचन्द्र हेम्ब्रम की विशेष उपस्थिति रही।
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हिन्दुस्थान समाचार / गोविंद पाठक